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कहा- सत्तू के विकल्प को अंतिम रूप देने की आवश्यकता
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राज्यस्तरीय टेक होम राशन सम्मेलन आयोजित
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उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, तेलंगाना, कर्नाटक, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, असम और झारखंड से वरिष्ठ अधिकारी और विशेषज्ञ हुए शामिल
भुवनेश्वर। ओडिशा में क्षेत्रीय पोषण असमानता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। यह बातें उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने कहीं। महिला और बाल विकास विभाग ने यूनिसेफ के सहयोग से राज्य स्तर पर टेक होम राशन (टीएचआर) सम्मेलन का आयोजन किया। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि के रूप में उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा उपस्थित हुईं। इस सम्मेलन में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, तेलंगाना, कर्नाटका, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, असम और झारखंड राज्यों के सचिव और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। साथ ही, सीएफटीआरआई (मैसूर), एनआईएन (हैदराबाद), गुजरात मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (अमूल), एनआईटी (राउरकेला), वर्ल्ड फूड प्रोग्राम, यूनिसेफ, आज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन, कृषि विभाग, स्वास्थ्य व परिवार कल्याण विभाग, एसटी तथा एससी, पंचायती राज विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिकों और अधिकारियों ने भी इस सम्मेलन में भाग लिया।
मुख्य अतिथि के रूप में प्रभाती परिडा ने कहा कि ओडिशा को कुपोषण मुक्त बनाने की सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने राज्य में पोषण अभियान और अन्य पोषण हस्तक्षेपों के क्रियान्वयन में केंद्रीय सरकार के समर्थन की सराहना की। हालांकि, उन्होंने राज्य में “टेक होम राशन” के तहत दिए जाने वाले पोषण सप्लीमेंट्स में सुधार और बदलाव की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में कुपोषण को कम करना और “जीरो कुपोषण” का सपना पूरा करना जरूरी है।
कार्यक्रम में मुख्य सचिव मनोज आहुजा ने भी भाग लिया और कहा कि कुपोषण मुक्त ओडिशा ओडिशा विजन 2047 के लिए प्रमुख लक्ष्य है। हमें मिशन मोड में समयबद्ध तरीके से कुपोषण उन्मूलन के लिए काम करना होगा। महिला और बाल विकास विभाग की प्रमुख सचिव शुभा शर्मा ने कहा कि यह कार्यक्रम अन्य राज्यों से सीखने के लिए आयोजित किया गया है ताकि राज्य विशेष पोषण हस्तक्षेप, टेक होम राशन के विभिन्न प्रकार, टीएचआर उत्पादन मॉडल, और राज्यों में अपनाई गई सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की जा सके।
सम्मेलन की शुरुआत में, आईसीडीएस और सोशल वेलफेयर के निदेशक ने सभी प्रतिनिधियों का स्वागत किया और ओडिशा के पोषण परिदृश्य और राज्य द्वारा किए गए विभिन्न पहलुओं पर प्रस्तुति दी। 12 और 13 नवम्बर को तकनीकी सत्र आयोजित किए गए, जहां विभिन्न राज्यों ने टेक होम राशन और उनके द्वारा अपनाई गई सर्वोत्तम प्रथाओं पर विस्तृत प्रस्तुति दी।
सभी राज्यों और विभागों के अधिकारियों ने टीएचआर के विभिन्न विकल्पों और मॉडल्स पर चर्चा की, जो ओडिशा को पोषण रणनीति तैयार करने में मदद करेंगे।