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इस वर्ष के बजट में 649 करोड़ रुपये का प्रावधान
भुवनेश्वर। मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने आज लोकसेवा भवन कन्वेंशन सेंटर में कृषि एवं कृषक सशक्तिकरण विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय ‘अंतर्राष्ट्रीय श्री अन्न एवं विस्मृत खाद्य सम्मेलन’ का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि राज्य में मिलेट जैसी फसलों का उत्पादन और उपयोग बढ़ाने के साथ-साथ ओडिशा को भारत का मिलेट हब बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए इस वर्ष के बजट में 649 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि पोषक फसलें और कृषि प्रणाली हमारे जनजातीय समुदाय की परंपरा का अभिन्न हिस्सा रही हैं। पोषक फसलों की प्राचीनता और इसकी हमारे संस्कृति और परंपरा से निकटता को ध्यान में रखते हुए हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इसे “श्री अन्न” का नाम दिया है। पोषक फसलें या श्री अन्न हमारे राज्य की कृषि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। जलवायु सहनशीलता के गुणों के साथ, मांड़िया (रागी) और अन्य पोषक फसलें पोषण और खाद्य सुरक्षा के दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। अविभाजित कोरापुट जिले से शुरू होकर यह श्री अन्न खेती आज पूरे देश में एक क्रांति का रूप ले चुकी है और अब पूरे ओडिशा में श्री अन्न की खेती की जा रही है। लगभग 177 ब्लॉकों में इस खेती का विस्तार किया गया है।
मुख्यमंत्री ने पोषक फसलों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत में लगभग 14 प्रकार की पोषक फसलों को “श्री अन्न” के रूप में मान्यता मिली है। इनमें से बाजरा, ज्वार, और रागी (मांडिया) सबसे लोकप्रिय हैं। ओडिशा में रागी का उत्पादन सबसे अधिक होता है, जबकि सूआ, कंगनी, कोदो, और झोंका जैसी अन्य पोषक फसलों की भी व्यापक रूप से खेती की जाती है। ये सभी पोषक फसलें ग्लूटेन-मुक्त, उच्च फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट युक्त और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाली होती हैं, जो मधुमेह की रोकथाम और रक्त शर्करा के नियंत्रण में सहायक हैं। श्री अन्न कैंसर, रक्ताल्पता और विटामिन ‘बी’ की कमी को दूर करने में भी प्रभावी होते हैं, जिसके कारण इन्हें सुपरफूड का दर्जा प्राप्त हुआ है।
वर्तमान में हमारी सरकार अधिक उत्पादन के लिए किसानों को आवश्यक सहायता प्रदान कर रही है। हमें इसे लोगों के दैनिक भोजन का हिस्सा बनाना होगा। मुख्यमंत्री ने फूड ब्लॉगर्स से आग्रह किया है कि वे रागी को स्वादिष्ट बनाने के लिए नए-नए व्यंजन और रेसिपी को हर घर तक पहुँचाने का प्रयास करें।