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नवीन पटनायक और वीके पांडियन को घेरा
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पार्टी प्रवक्ता अनिल विश्वाल ने कहा- कुछ गलतियां अक्षम्य होती हैं
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परिक्रमा परियोजना के कारण मेघनाद प्राचीर हुआ है कमजोर
भुवनेश्वर। भाजपा प्रवक्ता अनिल बिश्वाल ने ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और उनके सहयोगी वीके पांडियन पर पुरी के ऐतिहासिक जगन्नाथ मंदिर की मेघनाद पचारी में हुए संरचनात्मक नुकसान को लेकर निशाना साधा है। बिश्वाल ने आरोप लगाया कि प्राचीर में आई दरारें परिक्रमा परियोजना के तहत किए गए निर्माण कार्य के कारण हुई हैं।
एक सोशल मीडिया पोस्ट में बिश्वाल ने परिक्रमा परियोजना से जुड़े निर्माण कार्यों की आलोचना की और बताया कि मंदिर की दीवारों के पास बड़े पैमाने पर खुदाई और भारी मशीनरी का उपयोग करने से प्राचीन प्राचीर को संरचनात्मक क्षति पहुंची है। उन्होंने कहा कि कुछ गलतियां ऐसी होती हैं जो अक्षम्य हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और वीके पांडियन ने मंदिर की सुरक्षा से अधिक अपने राजनीतिक लाभ को प्राथमिकता दी जो ओडिशा के लोगों के लिए पीड़ादायक है।
मंदिर को ओडिशा की शान और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक बताते हुए बिश्वाल ने मेघनाद प्राचीर में आई दरारों पर चिंता व्यक्त की। ये दरारें लाखों भगवान जगन्नाथ के भक्तों में चिंता का विषय बन रही हैं। हालांकि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और राज्य सरकार ने मरम्मत का कार्य शुरू कर दिया है, लेकिन बिश्वाल ने सवाल उठाया कि ऐसी स्थिति उत्पन्न होने क्यों दी गई।
अनुमति के बिना भारी मशीनरी का उपयोग
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि परिक्रमा परियोजना के तहत मंदिर के पास की गई खुदाई और भारी मशीनरी का उपयोग भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण की अनुमति के बिना किया गया। बिश्वाल ने कहा कि यह प्राचीन स्मारक और पुरातात्विक स्थल और अवशेष अधिनियम, 1958 का उल्लंघन है, जो कि विरासत स्थलों के 100 मीटर के दायरे में सख्त नियम लागू करता है। उन्होंने कहा कि इन नियमों की अनदेखी करके उन्होंने 900 साल पुरानी धरोहर संरचना को खतरे में डाल दिया गया।
व्यापक खुदाई पर भी सवाल उठाया
इसके अलावा, बिश्वाल ने मंदिर के आसपास की गई व्यापक खुदाई पर भी सवाल उठाया, खासकर यदि परियोजना केवल रास्ते और सार्वजनिक सुविधाओं के लिए थी। मंदिर के आसपास इतनी बड़ी खुदाई क्यों की गई? उन्होंने सवाल किया कि क्या इसके पीछे क्या कोई छिपा हुआ एजेंडा है? उन्होंने कहा कि नवीन पटनायक और वीके पांडियन से सार्वजनिक रूप से इस परियोजना से संबंधित अपने निर्णयों पर स्पष्टीकरण देना चाहिए।