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मरीजों को हेपेटाइटिस और मल्टी-ऑर्गन फेल्योर – सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक
भुवनेश्वर। कंधमाल जिले में आम की गुठली खाने से दो लोगों की मौत होने व छह लोगों की गंभीर रुप से अस्वस्थ होने के मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। कटक के एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (एससीबीएमसीएच) में इलाज करवा रहे दो मरीजों को हेपेटाइटिस का पता चला है, जिससे उनके कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया है।
सोमवार को सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक नीलकंठ मिश्र ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि दोनों मरीजों के लिवर और किडनी को गंभीर नुकसान पहुंचा है। कटक एससीबी में स्थानांतरित किए गए मरीज हेपेटाइटिस से पीड़ित हैं, जो संभवतः एक फंगल संक्रमण के कारण हुआ है। उन्होंने दो-तीन दिनों तक रखी गई आम की गुठली का सेवन किया था, जिससे फंगस पैदा हो गया ।
उन्होंने कहा कि हेपेटाइटिस का मतलब लिवर की सूजन से है। दुर्भाग्यवश, दोनों मरीजों को मल्टी-ऑर्गन फेल्योर हो गया है और उनके लिवर और किडनी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। उनका इलाज जारी है।
उधर, स्वास्थ्य निदेशक डॉ विजय महापात्र ने भी मरीजों की स्थिति पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि उन्हें बेहतर इलाज की जरूरत थी, इसलिए हमने उन्हें कटक स्थित एससीबी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्थानांतरित किया। दोनों मरीज अब मेडिसिन विभाग के आईसीयू में गहन उपचार प्राप्त कर रहे हैं, क्योंकि वे मल्टी-ऑर्गन फेल्योर से पीड़ित हैं ।
उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व यह त्रासदी कंधमाल जिले के दारिंगबाड़ी ब्लॉक के मंडीपंका गांव में हुई, जहां आम की गुठली खाने से दो महिलाओं की मौत हो गई और छह अन्य गंभीर रूप से बीमार हो गए। प्रभावितों में से दो का इलाज एससीबी में चल रहा है, जबकि बाकी चार को ब्रह्मपुर के एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है।