Home / Odisha / नवीन पटनायक की सुरक्षा में कटौती, जेड श्रेणी वापस ली गयी

नवीन पटनायक की सुरक्षा में कटौती, जेड श्रेणी वापस ली गयी

  • वाई श्रेणी में दी जायेगी सुरक्षा व्यवस्था, 23 कर्मियों की होगी तैनाती

  • पुलिस बल और पायलटिंग टीम को भी हटाया गया

भुवनेश्वर। ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, जो वर्तमान में ओडिशा की राजधानी में स्थित नवीन निवास में रहते हैं, की सुरक्षा में कमी की गई है। एक उच्च स्तरीय समिति ने महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा पर समीक्षा करते हुए सुरक्षा को जेड से वाई श्रेणी में घटाने की सिफारिश की है।
इसके साथ ही नवीन पटनायक की 24 साल की शासन अवधि के दौरान उनके साथ तैनात पुलिस बल और पायलटिंग टीम को हटा दिया गया है। अब उन्हें विपक्ष के नेता होने के नाते केवल दो हलवलदार सुरक्षा में नियुक्त किए जाएंगे।
चुनावों के बाद नवीन की सुरक्षा में कटौती कर इसे 23 कर्मियों तक सीमित कर दिया गया है, जबकि पहले उनके निवास के चारों ओर 268 सुरक्षा कर्मियों की तैनाती होती थी।
एक अधिकारी ने बताया कि महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सुरक्षा से संबंधित उच्च स्तरीय समिति द्वारा बीजद प्रमुख की सुरक्षा में कमी करने की सिफारिश के बाद पटनायक को सौंपे गए अधिकांश सुरक्षाकर्मियों को वापस ले लिया गया है। अधिकारी ने बताया कि अब पटनायक को हवलदार रैंक के केवल दो कांस्टेबल ही दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्रियों को दो पीएसओ दिए जाते हैं। आवश्यकता पड़ने पर अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि विपक्ष के नेता के रूप में पटनायक को भुवनेश्वर से बाहर दौरे के दौरान स्थानीय पुलिस द्वारा आवश्यक सुरक्षा प्रदान की जाएगी। हालांकि, पटनायक ने हाल ही में सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त हुए दो वरिष्ठ पीएसओ को भी व्यक्तिगत रूप से नियुक्त किया है।
इधर, बीजद के एक नेता और पूर्व मंत्री ने कहा कि लोगों को यह राय बनाने दीजिए कि पटनायक को पर्याप्त सुरक्षा दी जानी चाहिए या नहीं।
उल्लेखनीय है कि सितंबर 2023 में बीजद सरकार ने उनके लिए विशेष एंटी-सबोटाज स्क्वाड का गठन किया था और उनकी सुरक्षा के लिए 91 नए पदों की सृजन की थी।

Share this news

About desk

Check Also

IAT NEWS INDO ASIAN TIMES ओडिशा की खबर, भुवनेश्वर की खबर, कटक की खबर, आज की ताजा खबर, भारत की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज, इंडिया की ताजा खबर

चक्रवात डाना का आकलन करने 24 नवंबर को पहुंचेगी केंद्रीय टीम

सबसे अधिक नुकसान बालेश्वर, भद्रक और केंद्रापड़ा जिलों को हुआ भुवनेश्वर। चक्रवात डाना से हुए …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *