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ओडिशा में थिएटर और अभिनय के क्षेत्र में मिलेंगे सुनहरे अवसर
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने भुवनेश्वर में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा का आउटरीच सेंटर स्थापित करने की मंजूरी दे दी है। प्रारंभिक चरण में यह सेंटर अस्थायी रूप से गुरु केलुचरण महापात्र ओडिसी रिसर्च सेंटर में संचालित होगा।
ओडिशा के ओड़िया भाषा, साहित्य और संस्कृति मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने कहा कि एनएसडी का यह आउटरीच सेंटर ओडिशा के लिए एक प्रतिष्ठित उपलब्धि है और थिएटर और अभिनय में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए यह एक सुनहरा अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह केंद्र ओड़िया थिएटर को बढ़ावा देने और उसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और संस्कृति मंत्री सूरज के बीच विचार-विमर्श के बाद ओडिशा में एनएसडी के आउटरीच सेंटर की स्थापना का फैसला लिया गया।
ओड़िया थिएटर के महत्व को रेखांकित करते हुए मंत्री सूरज ने कहा कि ओडिशा का समृद्ध इतिहास, साहित्य, कला और संस्कृति नाटकों के माध्यम से पीढ़ियों से जीवित रहा है। भुवनेश्वर में एनएसडी का यह केंद्र ओड़िया नाट्य परंपरा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का माध्यम बनेगा।
उन्होंने आगे कहा कि एनएसडी का यह आउटरीच सेंटर छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली प्रशिक्षण सुविधा प्रदान करेगा, जिससे वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर ओडिशा का प्रतिनिधित्व कर सकेंगे।
गौरतलब है कि नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा की स्थापना 1959 में दिल्ली में हुई थी और 1975 से यह भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वायत्त संस्था के रूप में कार्य कर रहा है। प्रसिद्ध अभिनेता परेश रावल इसके वर्तमान अध्यक्ष हैं और ओडिया अभिनेता चित्तरंजन त्रिपाठी इसके निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। ओडिशा के प्रमुख अभिनेता जैसे विजय महंती, अजीत दास और सूर्य मोहंती एनएसडी के प्रसिद्ध पूर्व छात्र रहे हैं।
ओडिशा के ओड़िया भाषा, साहित्य और संस्कृति मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने कहा कि एनएसडी का यह आउटरीच सेंटर ओडिशा के लिए एक प्रतिष्ठित उपलब्धि है और थिएटर और अभिनय में करियर बनाने के इच्छुक छात्रों के लिए यह एक सुनहरा अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह केंद्र ओड़िया थिएटर को बढ़ावा देने और उसे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और संस्कृति मंत्री सूरज के बीच विचार-विमर्श के बाद ओडिशा में एनएसडी के आउटरीच सेंटर की स्थापना का फैसला लिया गया।
ओड़िया थिएटर के महत्व को रेखांकित करते हुए मंत्री सूरज ने कहा कि ओडिशा का समृद्ध इतिहास, साहित्य, कला और संस्कृति नाटकों के माध्यम से पीढ़ियों से जीवित रहा है। भुवनेश्वर में एनएसडी का यह केंद्र ओड़िया नाट्य परंपरा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का माध्यम बनेगा।
उन्होंने आगे कहा कि एनएसडी का यह आउटरीच सेंटर छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली प्रशिक्षण सुविधा प्रदान करेगा, जिससे वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर ओडिशा का प्रतिनिधित्व कर सकेंगे।
गौरतलब है कि नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा की स्थापना 1959 में दिल्ली में हुई थी और 1975 से यह भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वायत्त संस्था के रूप में कार्य कर रहा है। प्रसिद्ध अभिनेता परेश रावल इसके वर्तमान अध्यक्ष हैं और ओडिया अभिनेता चित्तरंजन त्रिपाठी इसके निदेशक के रूप में कार्यरत हैं। ओडिशा के प्रमुख अभिनेता जैसे विजय महंती, अजीत दास और सूर्य मोहंती एनएसडी के प्रसिद्ध पूर्व छात्र रहे हैं।