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तूफ़ान में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की  सेवा

भुवनेश्वर, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संयोजन तथा सेवा भारती की देखरेख में उत्कल बिपन्न सहायता समिति द्वारा समुद्री तूफान “दाना ” से प्रभावित क्षेत्रों में व्यापक सेवा कार्य किया गया । विशेष रूप से पारादीप, महाकालपड़ा, राजनगर, राजकनिका, चांदबाली के तूफान प्रभावित क्षेत्रों में, स्वयंसेवकों ने सूखा भोजन वितरित किया और सड़कों एवं घरों पर गिरे पेड़ों को काटा और साफ किया। तूफान के बाद वे बाढ़ प्रभावित इलाकों के लोगों को बचा रहे हैं और अलग-अलग इलाकों में साफ-सफाई का काम कर रहे हैं। भद्रक और केंद्रपड़ा जिलों में 482 संयंसेबक सेवा कार्य में लगे हुए हैं।
तूफान के खतरे वाले 11 जिलों में तूफान से पहले 169 टीमें बनाई गई थीं और 2044 स्वयंसेवक तैयार थे  ।. केंद्रपड़ा जिले में 12 टीमों में 170 कार्यकर्ता, भद्रक में 11 टीमों में 312 कार्यकर्ता, बालासोर जिले में 43 टीमों में 425 कार्यकर्ता, जगतसिंहपुर जिले में 9 टीमों में 92 कार्यकर्ता। भुवनेश्वर में 16 टीमों में 70 लोग, खोरदा में 13 टीमों में 215 लोग, पुरी में 15 टीमों में 105 लोग, क्योंझर में 18 टीमों में 159 लोग, रायरंगपुर में 14 टीमों में 108 लोग, मयूरभंज में 16 टीमों में 156 लोग, 14 लोग गंजम में 1 टीम में, जाजपुर में 13 टीमों में 232 स्वयंसेवक तैयार थे। चक्रवात से पहले कई स्थानों पर स्वयंसेवकों ने लोगों को सचेत करने और आश्रय स्थलों तक पहुंचाने में प्रशासन की सहायता की। उन्होंने तूफ़ान में लोगों को सूखा भोजन, पानी और दवाएँ वितरित कीं।

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