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गर्भवती महिला का शव 2 किमी पैदल ले गये परिजन
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गजपति जिले के नीलडिकी गांव में मार्ग की दयनीय स्थिति से अस्पताल पहुंचाने में देरी
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इलाज के अभाव में गर्भवती महिला की मृत्यु
गजपति। ओडिशा के गजपति जिले के मोहाना ब्लॉक के नीलडिकी गांव में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां खराब सड़कों के कारण एक गर्भवती महिला का शव उसके परिजनों को 2 किलोमीटर पैदल ले जाकर अंतिम संस्कार करना पड़ा। गांव में पहुंचने के रास्ते की दयनीय स्थिति के कारण एम्बुलेंस बीच रास्ते में ही फंस गई, जिससे परिजनों को यह कदम उठाना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार, मृतक महिला ममता मल्लिक, बलराम मल्लिक की पत्नी थीं और छह माह की गर्भवती थीं। तबीयत बिगड़ने पर परिजनों ने उन्हें मोहाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में भर्ती करवाने का प्रयास किया, लेकिन खराब सड़क के कारण समय पर अस्पताल नहीं पहुंचा सके, जिससे उनकी हालत और बिगड़ गई।
अस्पताल में डॉक्टरों ने उन्हें ब्रह्मपुर स्थित एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल रेफर किया। हालांकि, उपचार के दौरान ममता ने दम तोड़ दिया। इसके बाद परिजनों ने उनके शव को गांव ले जाने के लिए एक एम्बुलेंस किराए पर ली, लेकिन रास्ते की दयनीय स्थिति के कारण वाहन बीच रास्ते में ही फंस गया, जिससे परिजनों को शव को 2 किलोमीटर तक पैदल ले जाना पड़ा।
गांव के वार्ड सदस्य ने आरोप लगाया कि खराब सड़क के कारण ममता की समय पर चिकित्सा सुविधा तक पहुंच नहीं हो सकी, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि हमारी बहन का चार साल का बेटा है और वह छह माह की गर्भवती थी। बार-बार जिला कलेक्टर और बीडीओ से सड़क की मांग करने के बावजूद हमारी बात नहीं सुनी गई। अगर सड़क होती, तो ममता आज जीवित होती।
मृतक महिला के पति ने भी इस बात की पुष्टि की कि सड़क की कमी के कारण उनकी पत्नी को समय पर अस्पताल नहीं ले जा सके, जिससे उनकी जान चली गई।