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कई का नाम रखा गया डाना
भुवनेश्वर। चक्रवात की तबाही में एक हजार से अधिक परिवारों में किलकारियां गूंजी। चक्रवात डाना की भीषण स्थिति के बीच ओडिशा में 1600 बच्चों का जन्म हुआ, जिससे कई परिवारों में खुशियों की लहर दौड़ गई। इस चक्रवात के दौरान पैदा हुए कुछ नवजातों का नाम भी डाना रखा गया है।
चक्रवात के प्रभाव का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बताया कि चक्रवात के दौरान ओडिशा में 1600 बच्चों का जन्म हुआ और करीब 6,000 गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित रूप से चिकित्सा केंद्रों और अस्पतालों में पहुंचाया गया था।
भद्रक जिले के धुसुरी अस्पताल में चक्रवात के दौरान एक महिला ने बेटे को जन्म दिया। अस्पताल के कर्मचारियों ने बच्चे का नाम लिटिल डाना रखने का सुझाव दिया। इसी तरह, कटक के निआली में भी एक महिला ने चक्रवात के बीच बेटे को जन्म दिया और परिवार ने उसका नाम डाना रखने का निर्णय लिया।
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भद्रक जिले के धामनगर ब्लॉक के कांटिका गांव की शुभा मलिक ने भी एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया, जिसके बाद अस्पताल कर्मचारियों और परिवार ने बच्चे का नाम डाना रखने का फैसला किया।
प्रशासन ने संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षित निकासी पर विशेष जोर दिया और गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया। शुभा ने प्रशासन के निर्देश पर धुसुरी स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती होकर सुरक्षित प्रसव करवाया। उनके परिवार का कहना है कि चक्रवात के बीच जन्मे इस बच्चे का नाम डाना रखना उन्हें चक्रवात के बीच भी उम्मीद और खुशी का अहसास दिलाता रहेगा। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, मां और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
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