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ओडिशा में चक्रवात डाना का दस्तक से पहले ही तांडव
ओडिशा में चक्रवात डाना का दस्तक से पहले ही तांडव

ओडिशा में चक्रवात डाना का दस्तक से पहले ही तांडव

  • कई जिलों में जोरदार बारिश, पेड़-पौधे टूटे, सड़कों पर यातायात सेवाएं बाधित

  • प्रभावित इलाकों से सुरक्षा स्थानों पर हटाये गये लोग

  • प्रशासन ने राहत और बचाव पर झोंकी अपनी पूरी ताकत

भुवनेश्वर। ओडिशा लैंडफॉल करने से पहले ही भीषण रूप धर चुके चक्रवात डाना ने तांडव मचाना शुरू कर किया। इसके प्रभाव में तटीय क्षेत्रों में गुरुवार सुबह से ही भारी बारिश और तेज हवाएं चलने के कारण कई जिलों में पेड़-पौधे टूटने लगे और सड़कों पर यातायात बाधित हुई। समुद्र की स्थिति बेहद उथल-पुथल वाली बनी हुई है। भीषण चक्रवाती तूफान डाना राज्य के तट के करीब जैसे-जैसे आ रहा था, मौसम की बेरूखी बढ़ती गयी।

हालांकि आईएमडी ने चक्रवात के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह के बीच 120 किमी प्रति घंटा की गति की हवा के साथ तट से टकराने की संभावना जतायी थी।

इस लैंडफॉल की प्रक्रिया से पहले ही गुरुवार को शाम तक चार घंटों में सबसे ज्यादा 62 मिमी बारिश पारादीप में दर्ज की गई, जबकि केंद्रापड़ा जिले के राजनगर में 24 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार पारादीप में 62.9 मिमी, चांदबाली (भद्रक) में 46.2 मिमी, चंदनपुर और नवान (मयूरभंज) में क्रमशः 29.2 और 27.4 मिमी, राजकनिका और राजनगर (केंद्रापड़ा) में क्रमशः 27 और 24 मिमी बारिश दर्ज की गई है।

तेज हवा के कारण बालेश्वर, भद्रक, भितरकनिका और पुरी के कुछ इलाकों में पेड़ उखड़ गए, जिससे सड़कों पर अवरोध हो गया। हालांकि राहत और बचाव के लिए तैनात टीम तुरंत रास्ता साफ करने में जुट गयी।

अगले 24 घंटे में होगी भीषण बारिश

चक्रवात के कारण ओडिशा के तटीय क्षेत्रों में 24-25 अक्टूबर को भारी बारिश की संभावना है। आईएमडी ने चेतावनी दी है कि पेड़ उखड़ने, टहनियों के टूटने, कच्चे घरों, बिजली के खंभों और अन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचने की संभावना है।

11 जिलों में होगा सर्वाधिक प्रभाव

मौसम विभाग ने बताया बालेश्वर, भद्रक, केंद्रापड़ा, जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्दा, मयूरभंज, केंदुझर, जाजपुर, कटक और ढेंकानाल के 11 जिलों में इस चक्रवात का अधिकतम प्रभाव पड़ने की संभावना है और इन्हें हाई अलर्ट पर रखा गया है। हालांकि कुछ मौसम एजेंसियों के अनुसार, चक्रवात डाना समुद्र के ऊपर अपनी अधिकतम शक्ति तक पहुंच सकता है और तट के पास आने पर इसकी तीव्रता थोड़ी कम हो सकती है।

लैंडफॉल की जगह पर भविष्यवाणी

इधर, संयुक्त तूफान चेतावनी केंद्र ने पूर्वानुमान लगाया था कि गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह के बीच बसुदेवपुर (भद्रक) और चांदीपुर (बालेश्वर) के बीच खरसहपुर के पास लैंडफॉल करने की संभावना है, जिसकी अधिकतम स्थिर गति 101 किमी प्रति घंटे होगी।

शिक्षा ओ अनुसंधान विश्वविद्यालय (एसओए) के पर्यावरण और जलवायु केंद्र (सीईसी) के अनुसार, चक्रवात गुरुवार दोपहर या शाम के दौरान केंद्रापड़ा-भद्रक तट को राजनगर के करीब पार कर सकता है।

तूफानी लहर की चेतावनी
केंद्रापड़ा, भद्रक और बालेश्वर जिलों के निचले इलाकों में समुद्री लहरें 1.0 से 2.0 मीटर ऊंची हो सकती हैं और लैंडफॉल के समय इन इलाकों में जलभराव की संभावना है।

बंदरगाह चेतावनी

मौसम विभाग ने पुरी, धामरा और पारादीप बंदरगाहों के लिए गंभीर खतरे का संकेत संख्या-10 जारी किया है, जबकि गोपालपुर बंदरगाह के लिए संकेत संख्या-8 की चेतावनी जारी की गई है।

लैंडफॉल के बाद हल्का मुड़ सकता है चक्रवात डाना

भीषण रूप धर चुका चक्रवात डाना का मार्ग लैंडफॉल के बाद हल्का सा मुड़ सकता है। यह जानकारी देते हुए भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने गुरुवार को बताया कि चक्रवात डाना गुरुवार रात और शुक्रवार सुबह के बीच भितरकनिका और धामरा के बीच तट से टकराएगा, लेकिन इसके लैंडफॉल के बाद इसका मार्ग हल्का पश्चिम-पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम की ओर मुड़ सकता है।

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