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मुख्यमंत्री मोहन माझी ने की उच्चस्तरीय बैठक
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चक्रवात से कम से कम 1653 गांव प्रभावित होंगे
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3 लाख लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने गुरुवार को चक्रवात डाना से निपटने के लिए राज्य सरकार की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक की। यह चक्रवात ओडिशा के तटीय क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है और शुक्रवार सुबह तड़के इसके तट पर पहुंचने की संभावना है, जिसके चलते 100-110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
भुवनेश्वर के लोक सेवा भवन में आयोजित इस बैठक में राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी, एसआरसी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक के बाद मुख्यमंत्री माझी ने बताया कि आगामी चक्रवात से कम से कम 1653 गांव प्रभावित होंगे और उन्होंने सभी से अपने घरों को छोड़कर राज्य भर में स्थापित चक्रवात आश्रय गृहों में रहने की अपील की।
उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि चोरी और डकैती को रोकने के लिए पुलिस बल तैनात किया जाएगा और सभी लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने बताया कि खतरे वाले क्षेत्र में रहने वाले लगभग 30 प्रतिशत लोगों (लगभग 3 लाख) को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा चुका है और बाकी लोगों का भी सुरक्षित रूप से निकाला जाएगा।
मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि हमारी पहली और सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिकता लोगों का सुरक्षित निकास था। हम लोगों को आश्रय गृहों में पहुंचाने और शून्य हताहत सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने बताया कि बचाव दल चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं और अगले कुछ घंटों में निकासी कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा और पशु चिकित्सा दलों को सभी आश्रय गृहों में तैनात किया गया है। कम से कम 2,338 गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित रूप से विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और उन्हें सर्वोत्तम स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि 19 एनडीआरएफ, 51 ओड्राएफ और 220 अग्निशमन टीमों को जमीन पर तैनात किया गया है, जबकि 158 पुलिस प्लाटूनों को सभी जिलों में तैनात किया गया है।