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परिवहन और जलमार्ग प्रणालियों के बीच समन्वय और दक्षता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित
भुवनेश्वर। वाणिज्य और परिवहन विभाग की प्रमुख सचिव उषा पाढ़ी ने चक्रवात की संभावना के मद्देनजर परिवहन और सार्वजनिक सुरक्षा में किसी भी समस्या के प्रति त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने पर जोर दिया। एक विस्तृत डैशबोर्ड समीक्षा के दौरान उन्होंने पूर्ण परिचालन तत्परता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
उन्होंने परिवहन और जलमार्ग प्रणालियों के बीच समन्वय और दक्षता बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया। वाणिज्य और परिवहन विभाग के सभी अधिकारियों को चक्रवात के प्रभाव के लिए पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।
परिवहन आयुक्त और क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) को आपातकालीन स्थितियों के दौरान परिवहन प्रणालियों को संचालन में बनाए रखने और प्रतिक्रियाशील बनाने का कार्य सौंपा गया है। समुद्री और तटीय क्षेत्रों में चक्रवात तैयारी के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी करने के लिए बंदरगाह और अंतर्देशीय जल परिवहन के निदेशक को निर्देशित किया गया है, जिसमें सुरक्षा समन्वय पर जोर दिया गया है। क्षेत्रीय अधिकारियों को चक्रवात से पहले, दौरान और बाद में सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
राज्य परिवहन प्राधिकरण ने भी संभावित चक्रवात को लेकर सावधानी बरतने की सलाह दी है और अत्यावश्यकता के बिना यात्रा से बचने की सिफारिश की है।
परिवहन आयुक्त अमिताव ठाकुर, ओएसआरटीसी के सीएमडी दीप्तेश कुमार पट्टनायक, बंदरगाह और आईडब्लूडी के निदेशक पद्मलोचन राउल, मुद्रण और स्टेशनरी के निदेशक अरुण कुमार राय और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रभावी आपदा प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए कई क्षेत्रों में समन्वित प्रयासों पर जोर दिया है।