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विकसित गांव, विकसित ओडिशा करने का लिया गया निर्णय
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शीघ्र आयेगा आधिकारिक दिशा निर्देश : मंत्री रवि नायक
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार आम ओडिशा नवीन ओडिशा योजना का नाम बदलकर विकसित गांव, विकसित ओडिशा करने का निर्णय लिया है। यह जानकारी पंचायती राज और पेयजल मंत्री रवि नारायण नायक ने शनिवार को दी।
भुवनेश्वर में पत्रकारों स से बात करते हुए मंत्री नायक ने कहा कि सरकार दो दिनों के भीतर आम ओडिशा नवीन ओडिशा योजना के नाम परिवर्तन के लिए दिशा-निर्देश जारी करेगी। इस योजना को पूर्व बीजद सरकार द्वारा शुरू की गई थी।
उन्होंने आगे कहा कि इस पहल के तहत, ग्राम सभा यह निर्धारित करेगी कि उसके पंचायत में कौन-सी विकास परियोजनाएं हो सकती हैं और विभाग उसी के अनुसार कार्य करेगा। इससे पंचायत के सदस्यों को सशक्त बनाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली सरकार ने इस योजना को ग्रामीण अवसंरचना को सुधारने क बात कह कर इस योजना को शुरु किया था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य 6,794 पंचायतों में 90,723 परियोजनाओं को लागू करना था, जिसमें प्रत्येक पंचायत को 50 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी।
इस योजना को लेकर काफी विवाद हुआ था, क्योंकि विभिन्न पंचायतों में परियोजना चयन, धन आवंटन और उपयोग के संबंध में निर्वाचित प्रतिनिधियों के सुझावों को अनदेखा किया गया था। इस तरह के आरोप लगे कि कार्य आदेश जूनियर इंजीनियर्स (जेई) के नाम पर जारी किए गए, जबकि सूचियां ब्लॉक विकास अधिकारियों (बीडीओ) द्वारा तैयार की गईं और जिला कलेक्टरों को भेजी गईं। इस पूरी प्रक्रिया में पंचायत के लोगों व पंचायतों के निर्वाचित जन प्रतिनिधियों की कोई भूमिका नहीं होती थी। इस कारण उस समय इसका पुरजोर हुआ था।