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क्राइम ब्रांच को झूठ पकड़ने, ब्रेन मैपिंग और नार्को टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार
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न्यायमूर्ति चित्तरंजन दाश की अध्यक्षता वाली आयोग की दूसरी बैठक आयोजित
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क्राइम ब्रांच अधिकारियों से जांच की प्रगति की जानकारी एकत्र की गई
भुवनेश्वर। सेना अधिकारी की कथित प्रताड़ना और उसकी मंगेतर के यौन उत्पीड़न के मामले में भारतपुर पुलिस स्टेशन की घटना की न्यायिक जांच तेज हो गई है। इस मामले की जांच कर रहे न्यायमूर्ति चित्तरंजन दाश की अध्यक्षता वाली आयोग ने शुक्रवार को अपनी दूसरी बैठक आयोजित की। इस बैठक में गृह सचिव सत्यब्रत साहू, विशेष गृह सचिव राधा कृष्ण शर्मा, क्राइम ब्रांच के एडीजी विनयतोष मिश्र सहित दो जांच अधिकारी डीएसपी निलीमा पांडा और नरेंद्र बेहरा उपस्थित थे।
सूत्रों के अनुसार, इस मामले में निलंबित पांच पुलिस अधिकारियों, जिनमें भारतपुर थाने के पूर्व आईआईसी दीनकृष्ण मिश्रा शामिल हैं, के पॉलीग्राफ (झूठ पकड़ने) टेस्ट गुजरात के गांधीनगर में किए गए हैं। इसके साथ ही दीनकृष्ण मिश्र के ब्रेन मैपिंग और नार्को-एनालिसिस टेस्ट भी किए गए हैं।
बैठक के बाद क्राइम ब्रांच एडीजी विनयतोष मिश्र ने बताया कि सभी पुलिस अधिकारियों के झूठ पकड़ने के टेस्ट हो चुके हैं और रिपोर्ट का इंतजार है। आयोग को क्राइम ब्रांच की अब तक की जांच की जानकारी दी गई और बयान दर्ज किए जाने की प्रक्रिया भी समीक्षा की गई।
आयोग के सचिव शुभेंदु मोहंती ने कहा कि क्राइम ब्रांच अधिकारियों से जांच की प्रगति की जानकारी एकत्र की गई है। हालांकि, अभी गांधीनगर से कोई रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है, इसलिए जांच के संबंध में कोई नई जानकारी नहीं दी जा सकी है।
इसके साथ ही पीड़िता का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज हो चुका है, जबकि आरोपी पुलिस अधिकारियों के बयान अभी दर्ज नहीं किए गए हैं। मामले में कुछ शपथपत्र आयोग के समक्ष जमा किए गए हैं, जिनकी जांच और समन की प्रक्रिया समय पर पूरी होने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।