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कांग्रेस वरिष्ठ नेता अजय कुमार, शरत पटनायक व विश्वरंजन मोहंती की मुश्किलें बढ़ीं
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एक व्यवसायी से लगभग ₹1.4 करोड़ की धोखाधड़ी करने का आरोप
भुवनेश्वर। कांग्रेस के ओडिशा प्रभारी और पूर्व अध्यक्ष समेत तीन नेताओं पर धोखाधड़ी का ममला दर्ज किया गया है। इस मामले के दर्ज होने के बाद कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी व वरिष्ठ नेता अजय कुमार, पूर्व ओपीसीसी अध्यक्ष शरत पटनायक एवं वरिष्ठ नेता विश्वरंजन मोहंती की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। इन नेताओं पर एक व्यवसायी से लगभग 1.4 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है।
जानकारी के अनुसार, भुवनेश्वर के व्यवसायी आशुतोष महापात्र ने शिकायत दर्ज कराई है कि तीनों नेताओं ने राज्य में हुए लोकसभा और विधानसभा के चुनावों में पार्टी के प्रचार अभियान के लिए वाहन और एलईडी टीवी उपलब्ध कराने का ऑर्डर दिया था। अब इसका भुगतान करने से इनकार कर रहे हैं। पुलिस ने उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 120-बी, 420, 506 और 34 के तहत मामला दर्ज किया है।
महापात्र ने आरोप लगाया है कि अजय कुमार और पटनायक के साथ चर्चा के बाद प्रचार सेवाएं प्रदान करने के लिए 1.5 करोड़ का सौदा तय हुआ था। कथित तौर पर उन्हें ईंधन और संबंधित खर्चों के लिए 8 लाख की अग्रिम राशि दी गई थी। कांग्रेस नेताओं ने उन्हें आश्वासन दिया कि चुनाव के बाद उन्हें 1.42 करोड़ का भुगतान किया जाएगा।
एफआईआर के अनुसार, जब महापात्र चुनाव के बाद कुमार और पटनायक से मिले और अपने बकाए का भुगतान मांगा, तो उन्होंने उन्हें अपने आवास पर मिलने के लिए कहा, जहां अंतिम राशि तय की जाएगी। हालांकि, शिकायतकर्ता ने मांग की कि उन्हें मौके पर ही पैसे दिए जाएं, क्योंकि वे उनका फोन नहीं उठा रहे थे।
महापात्र ने आरोप लगाया कि जब यह चर्चा चल रही थी, तो अजय कुमार और शरत पटनायक ने उन्हें धमकाया। जब उसने पैसे के भुगतान की मांग जारी रखी, तो मोहंती ने उसे कथित तौर पर लात मारी। मोहंती ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। घटना के बाद महापात्र ने भरतपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराने पहुंचे, लेकिन पुलिस वालों ने एफआईआर नहीं ली। इसके बाद महापात्र ने अदालत का दरवाजा खटखटाया। जेएमएफसी अदालत के निर्देश के बाद भरतपुर पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज किया है।
प्रभारी निरीक्षक दीपक खंडायत राय ने कहा कि अदालत के निर्देश के बाद मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि पटनायक ने आरोपों को निराधार बताते हुए खारिज कर दिया। पटनायक ने कहा कि तत्कालीन ओपीसीसी अध्यक्ष के तौर पर उन्होंने किसी व्यक्ति के साथ कोई समझौता नहीं किया।