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चुनावी हार के बाद बीजद में फूट, नेताओं के बीच बयानबाजी तेज
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अमर सतपथी और पूर्व सांसद प्रसन्न पाटसाणी पर बरसे देवाशीष सामंतराय
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सोच-समझकर बोलने की सलाह दी
भुवनेश्वर। बीजद के भीतर चल रही राजनीतिक बयानबाजी के बीच सांसद देवाशीष सामंतराय ने स्पष्ट किया कि वीके पांडियन कभी पार्टी के नेता नहीं थे। सामंतराय ने कहा कि हमारे नेता हमेशा से नवीन पटनायक ही रहे हैं। यदि किसी में हिम्मत है, तो वह हार के लिए पटनायक को जिम्मेदार ठहराए।
पूर्व विधायक अमर सतपथी और पूर्व सांसद प्रसन्न पाटसाणी के हालिया बयानों का जवाब देते हुए सामंतराय ने कहा कि अमर सतपथी को यह सोच-समझकर बोलना चाहिए था। बार-बार पार्टियां बदलने से लोगों के मन में अच्छा प्रभाव नहीं पड़ता। उन्होंने बीजद के खिलाफ बोलने के बाद एनसीपी जॉइन की थी, फिर बीजद में वापस कैसे आए?
सामंतराय ने आगे कहा कि प्रसन्न पाटसाणी ने पार्टी से इतने लाभ मिलने के बावजूद ऐसा बयान कैसे दे दिया? पार्टी ने उन्हें कई बार सांसद बनाने के लिए बहुत मेहनत की। अब जब उन्हें टिकट नहीं मिला, तो पार्टी छोड़ना कितना उचित है?
सामंतराय ने दोहराया कि यदि उनमें हिम्मत है, तो वे नवीन पटनायक को इसके लिए जिम्मेदार ठहराएं। वीके पांडियन कभी हमारे नेता नहीं थे, हमारे नेता हमेशा नवीन पटनायक हैं।
बीजद नेता संतृप्त मिश्र ने भी प्रतिक्रिया दी और कहा कि जब बड़े तूफान आते हैं, तो कमजोर शाखाएं टूट जाती हैं, लेकिन इससे पेड़ को कोई नुकसान नहीं होता। जो पार्टी छोड़ गए, यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है और हमें इस पर चिंतित होने की जरूरत नहीं है। ओडिशा की जनता सही समय पर सही जवाब देगी।