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ओड़िया भाषा, साहित्य एवं संस्कृति विभाग और गूगल इंडिया टीम के बीच हुई वर्चुअल बैठक
भुवनेश्वर। दुनियाभर में सटीक ओड़िया के उपयोग को बढ़ावा देने को लेकर ओडिशा सरकार ने गूगल के साथ बातचीत की है। इसके लिए ओडिशा के ओड़िया भाषा, साहित्य और संस्कृति विभाग ने गूगल इंडिया टीम के साथ वर्चुअल बैठक की।
बताया गया है कि आज के इंटरनेट के युग में डिजिटल प्लेटफॉर्म और सोशल मीडिया दैनिक जीवन का अभिन्न अंग बन गए हैं और संचार तथा सूचना के आदान-प्रदान के लिए प्रमुख माध्यम के रूप में काम कर रहे हैं, लेकिन इंटरनेट के व्यापक उपयोग के बावजूद विभिन्न सर्च इंजनों और सोशल मीडिया पर ओड़िया भाषा में सटीक और त्रुटि-रहित जानकारी की उपलब्धता एक चुनौती बनी हुई है। इससे अक्सर ओड़िया उपयोगकर्ताओं को परेशानी होती है। इन मुद्दों का समाधान करने और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ओड़िया भाषा के सही उपयोग को बढ़ावा देने के लिए ओडिशा के ओड़िया भाषा, साहित्य और संस्कृति विभाग ने गूगल इंडिया टीम के साथ एक वर्चुअल बैठक की।
इस बैठक में इस बात पर ध्यान केंद्रित किया गया कि कैसे दुनियाभर के ओड़िया उपयोगकर्ता अपनी मूल भाषा में जानकारी तक सहजता से पहुंच सकते हैं और इन प्लेटफार्मों पर खुद को स्पष्ट रूप से व्यक्त कर सकते हैं।
बैठक के दौरान डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ओड़िया का सही प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने, अंग्रेजी से ओड़िया में जानकारी का सटीक अनुवाद करने, ओड़िया लिपि फॉन्ट को मानकीकृत करने और सोशल मीडिया पर आत्म-अभिव्यक्ति के लिए सटीक ओड़िया के उपयोग को बढ़ावा देने के बारे में चर्चा हुई। इसके अतिरिक्त सभी उपयोगकर्ताओं के लिए आसान पहुंच की सुविधा के लिए डिजिटल प्लेटफार्मों पर ओड़िया में सभी आवश्यक जानकारियां उपलब्ध कराने के प्रयासों पर भी चर्चा की गई।
ओड़िया भाषा, साहित्य और संस्कृति विभाग के सचिव बिष्णुपद सेठी ने बैठक में भाग लिया और गूगल इंडिया टीम के साथ चर्चा की कि ओड़िया को डिजिटल प्लेटफार्मों पर कैसे सटीक रूप से प्रस्तुत किया जा सकता है। उन्होंने जोर दिया कि सटीक और त्रुटि मुक्त ओड़िया के उपयोग को सक्षम करने से दुनिया भर में ओड़िया बोलने वालों को जोड़ने और अभिव्यक्ति के लिए एक शक्तिशाली माध्यम प्रदान करने में मदद मिलेगी। उन्होंने ओड़िया में विविध जानकारी उपलब्ध कराने के लाभों पर भी प्रकाश डाला, जो आम जनता, छात्रों, बुद्धिजीवियों और शोध विद्वानों की बहुत सहायता करेगा। बैठक में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल में ओड़िया भाषा क्षमताओं के विकास पर भी चर्चा की गई, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ओड़िया में जानकारी प्रभावी रूप से प्राप्त की जा सके। वर्चुअल बैठक में ओड़िया भाषा, साहित्य और संस्कृति विभाग के निदेशक विजय केतन उपाध्याय, भारत सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के उप सचिव लक्ष्मीनारायण मिश्र और गूगल इंडिया से हर्ष ढंड और अमृता कामत उपस्थित थीं।