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विजय दशमी पर दर्शकों ने मनाया रंग-बिरंगे पटाखों के साथ उत्सव
भुवनेश्वर। ओडिशा में पांच दिवसीय दुर्गा पूजा उत्सव का भव्य समापन रविवार को रावण दहन के साथ हुआ। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के झारपड़ा, बरमुंडा, नाहरकंटा, कोरडाकंटा, बांकुआल, गोपालपुर, कीट रोड और चंदका क्षेत्रों में दर्शकों ने रंग-बिरंगे पटाखों के बीच रावण के विशाल पुतले को जलाया। रावण दहन का आयोजन सिमुलियापाटना डोलजात्रा मैदान और कपिला प्रसाद फुटबॉल ग्राउंड में भी किया गया।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री और महिला एवं बाल विकास मंत्री प्रभाती परिडा ने नयापल्ली में कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने रावण के पुतले को आग लगाते हुए एक पटाखा जलाया। बरमुंडा में 50 फुट ऊंचा रावण का पुतला स्थापित किया गया था और स्थानीय प्रशासन के निर्देशानुसार इसके चारों ओर 100 मीटर की दूरी पर बैरिकेड लगाए गए थे। पूजा समिति ने भीड़ प्रबंधन के लिए 100 स्वयंसेवकों को तैनात किया था। कमिश्नरेट पुलिस ने कार्यक्रम के दौरान किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए उचित अग्निशामक व्यवस्था की थी। विजय दशमी पर रावण दहन राज्यभर में किया गया।
इधर, मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन समारोह सोमवार को दोपहर 3 बजे से शुरू हुआ। भुवनेश्वर तथा कटक में देवी की प्रतिमाओं के दर्शन के लिए भक्तों में उत्साह देखने को मिला।
विसर्जन के लिए विस्तृत सुरक्षा व्यवस्थाओं के साथ कमिश्नरेट पुलिस ने दोनों शहरों में ट्रैफिक जाम से बचने के लिए एक ट्रैफिक सलाह जारी की थी।
सुरक्षा व्यवस्था में अतिरिक्त बल तैनात किया गया है ताकि भक्तों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। पुलिस ने सभी निवासियों से सहयोग की अपील की है और कहा है कि वे ट्रैफिक नियमों का पालन करें।