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राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में 15 नवंबर से होगी व्यापक रूप में शुरुआत
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राउरकेला में आयोजित होगा उद्घाटन समारोह
भुबनेश्वर। प्रख्यात जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती ओडिशा में पूरे साल मनायी जायेगी। राज्यस्तर पर इसे भव्य पैमाने पर मनाने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय लोक सेवा भवन में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की अध्यक्षता में आयोजित एक उच्च स्तरीय बैठक में मंगलवार देर शाम लिया गया।
इस वर्ष इसे चौथे राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा। गौरतलब है कि केंद्रीय स्तर पर 2021 से बिरसा मुंडा की जयंती को राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस फैसले के मुताबिक, बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर से साल 2025 में नवंबर महीने तक पूरे साल मनाई जाएगी। इस दौरान जनजातीय कला, संस्कृति, विरासत, इतिहास, शिक्षा और कौशल विकास, स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों को बढ़ावा दिया जाएगा और उनकी आजीविका की रक्षा और आर्थिक विकास के लिए कदम उठाए जाएंगे।
बैठक में लिये गये निर्णय के अनुसार, साल भर चलने वाले इस समारोह का उद्घाटन 15 नवंबर 2024 को राउरकेला में होगा। उद्घाटन के दौरान पूरे सप्ताह विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। यहां जनजातीय स्वतंत्रता सेनानियों पर लघु फिल्मों की स्क्रीनिंग के साथ-साथ सफल जनजातीय हस्तियों को भी सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही वन अधिकार कानून वेब पोर्टल लॉन्च किया जाएगा और पट्टे आवंटित किए जाएंगे। इसके साथ ही विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जायेगा।
वर्ष भर के कार्यक्रमों में जनजातीय हस्तशिल्प और दस्तकारी पर विभिन्न कार्यक्रम, जनजातीय कारीगरों के विभिन्न उत्पादों के प्रचार और विपणन के लिए कार्यक्रम, सिकल सेल एनीमिया के बारे में जागरूकता, जनजातीय कवियों और लेखकों के सम्मेलन, वन अधिकार कानूनों पर कार्यशालाएं, पारंपरिक स्वास्थ्य देखभाल का प्रसार शामिल हैं। आदिवासियों का ज्ञान सम्मेलन आदि आयोजित किये जायेंगे। इसके साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा अन्य कार्यक्रम भी तैयार किये जायेंगे।
कार्यक्रम को राजधानी भुवनेश्वर के साथ जिला स्तर पर भी चलाया जाएगा। बैठक में इस वर्ष भुवनेश्वर के जनजातीय मेले को बड़े पैमाने पर मनाने का निर्णय लिया गया।
बैठक में मुख्यमंत्री श्री माझी ने कला, संस्कृति और शिक्षा पर विभिन्न कार्यक्रमों के साथ-साथ जनजातीय लोगों के आर्थिक प्रगति पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों के समन्वय से उनकी आजीविका की रक्षा के लिए कदम उठाने की सलाह दी।