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बारिपदा में मुख्यमंत्री मोहन माझी ने दुर्गा पूजा पर दिया तोहफा
बारिपदा। ओडिशा सरकार की महत्वाकांक्षी सुभद्रा योजना के दूसरे चरण में लगभग 35 लाख महिलाओं को उनकी पहली किस्त की राशि दुर्गा पूजा से पहले उनके बैंक खातों में प्राप्त हुई। बुधवार को दूसरे चरण की धनराशि वितरण के दौरान प्रत्येक लाभार्थी के खाते में 5000 रुपये जमा किए गए। महिलाओं के बैंक खातों में कुल 1750 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये गये।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मयूरभंज जिले के बारिपदा के चाउ ग्राउंड में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में इस राशि का वितरण किया। उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस कार्यक्रम में उपस्थित थे।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री माझी ने इस योजना को महिलाओं के सशक्तिकरण का महत्वपूर्ण कदम बताया और कहा कि यह सरकार का प्रयास है कि हर महिला आत्मनिर्भर बने। इस मौके पर लाभान्वित हुई एक महिला ने कहा कि मैं इस पैसे का उपयोग करके एक छोटा व्यवसाय शुरू करूंगी और आत्मनिर्भर बनूंगी। एक अन्य लाभार्थी ने खुशी जताते हुए कहा कि मुझे सहायता राशि मिलकर बहुत प्रसन्नता हो रही है।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी सबसे पहले बारिपदा पहुंचने के बाद पंडित गोपबंधु दास की जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। बाद में कार्यक्रम के लिए बारिपदा में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सुभद्रा योजना ओडिशा की माताओं और बहनों के जीवन में आमूलचूल परिवर्तन लाएगी और उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त भी बनाएगी। साथ ही उनका सामाजिक मान-सम्मान भी बढ़ेगा।
माताओं की मुस्कान और खुशी देगी विकास को गति
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना ओडिशा की माताओं के चेहरे पर मुस्कान और खुशी लेकर आई है। माताओं की मुस्कान और खुशी ही ओडिशा के विकास को गति देगी। उन्होंने कहा कि सुभद्रा ओडिशा का सबसे बड़ा महिला सशक्तिकरण अभियान है। उन्होंने कहा कि यह योजना राज्य की महिलाओं को सशक्त बनाने और समृद्ध ओडिशा की नींव रखने में मदद करेगी।
सुख-दुख में आपके साथ खड़े रहेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम ओडिशा की हर महिला से वादा करते हैं कि हम सुख-दुख में हर समय आपके साथ खड़े रहेंगे। हमें आपकी क्षमताओं पर पूरा भरोसा है। हम आपकी सशक्तिकरण की यात्रा में आपके साथ चलेंगे। मुख्यमंत्री ने मां सुभद्रा को जगन्नाथ संस्कृति में शक्ति और समानता का प्रतीक बताते हुए कहा कि महिलाएं पुरुषों की तरह सामाजिक व्यवस्था में प्रगति और विकास में समान भागीदार हैं। उन्होंने कहा कि जब एक महिला आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर होती है, तो परिवार की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा मजबूत होती है।
हर स्तर पर होगा महिला सशक्तिकरण
उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण का अर्थ सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक स्तर पर सशक्तिकरण करना है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू हैं, जिनका जन्म मयूरभंज की धरती पर हुआ था। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुभद्रा माताओं के त्याग और कड़ी मेहनत का सम्मान करेगी और ओडिशा की महिलाओं के सपनों और आकांक्षाओं को साकार करेगी। यह योजना हमारे राज्य की महिलाओं के चेहरे को एक नई आशा और सपने से रोशन कर रही है। यह असहाय महिलाओं के लिए सहारे की नई किरण बन गई है। उन्होंने कहा कि सुभद्रा योजना उन महिलाओं के सपनों को पूरा करने में मदद करेगी जो कड़ी मेहनत करने के बावजूद अपने बच्चों को अच्छा खाना नहीं खिला पाती हैं या उन्हें स्कूल नहीं भेज पाती हैं।
योजना की सफलता बताई
मुख्यमंत्री ने सुभद्रा योजना की प्रगति की जानकारी देते हुए कहा कि इस योजना में अब तक 1 करोड़ 60 लाख फॉर्म बांटे जा चुके हैं, जिनमें से 1 करोड़ 30 हजार से ज्यादा लाभार्थियों ने सुभद्रा के तहत आवेदन किया है। सुभद्रा में पंजीकरण के लिए राज्य में 28 हजार 40 से अधिक सामान्य सेवा केंद्र और 10 हजार 55 से अधिक माय सेवा केंद्र कार्यरत हैं। पहले चरण में 25 लाख से अधिक लाभार्थियों को रुपये की पहली किस्त दी गई। आज 35 लाख से अधिक नए लाभार्थियों को प्रथम किस्त वित्तीय सहायता कार्यक्रम के दूसरे चरण में 5 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी गई।
मयूरभंज जिले में 5,78,178 लाभार्थियों का पंजीकरण
उन्होंने बताया कि मयूरभंज जिले में सुभद्रा के तहत अब तक 5,78,178 लाभार्थियों ने पंजीकरण कराया है, जिनमें से 1,37,816 लाभार्थियों को उनके बैंक खाते में भुगतान किया गया है।
पहले और 1 करोड़ वीं लाभार्थी हुईं सम्मानित
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने सुभद्रा योजना के तहत पंजीकरण कराने वाले पहले लाभार्थी खुर्दा जिले के भुवनेश्वर ब्लॉक और बसुआघई ग्राम पंचायत की उमारानी मोहंती और 1 करोड़ वीं लाभार्थी के रुप में पंजीकृत करने वाली सुंदरगढ़ जिले के नुआगांव ब्लॉक और सुरुदा गांव के दयामणि कुजूर को सम्मानित किया।
पहले नहीं थी ऐसी कोई योजना – प्रभाती
उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने कहा कि सरकार द्वारा सुभद्रा जैसी 100 दिवसीय कल्याण योजना शुरू की गई है। पहले ऐसी कोई योजना नहीं थी जिसमें 1 करोड़ से ज्यादा महिलाएं शामिल हों। उन्होंने कहा कि सुभद्रा महिलाओं के विकास को नई दिशा दिखाएगी और सुभद्रा विकास की आधारशिला बनेगी।
तीसरे चरण की तैयारी तेज
दूसरे चरण में धनराशि पाने से छूट गए लाभार्थियों को तीसरे चरण में कवर किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि 1.5 करोड़ महिलाओं ने इस योजना के तहत पंजीकरण कराया है। पहले और दूसरे चरण में 60 लाख महिलाओं को सहायता राशि मिल चुकी है और तीसरे चरण में बाकी लाभार्थियों को पहली किस्त दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि आज 35 लाख महिलाओं को एनसीपीआई की मंजूरी के बाद धनराशि मिली है। जो महिलाएं अभी तक पैसे नहीं पा सकी हैं, उन्हें दोबारा आवेदन करने की आवश्यकता नहीं है। उन्हें अपने आवेदन में आई समस्याओं को ठीक कराना चाहिए।