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चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना और समय पर भर्ती परीक्षा कराना होगी प्राथमिकता
भुवनेश्वर। 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी और पूर्व प्रभारी डीजीपी अरुण कुमार षाड़ंगी ने मंगलवार को ओडिशा लोक सेवा आयोग (ओपीएससी) के नए अध्यक्ष के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। 5 अक्टूबर को ओडिशा सरकार ने षाड़ंगी को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की अनुमति दी थी।
षाड़ंगी को उनके सहयोगियों द्वारा भव्य विदाई दी गई, जिसके बाद उन्होंने ओपीएससी के अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला। अपनी नई जिम्मेदारी के बारे में बात करते हुए षाड़ंगी ने कहा कि पुलिस की वर्दी छोड़ना उनके लिए एक भावुक पल था क्योंकि यह वर्दी उनके 33 वर्षों के लंबे सेवा कार्यकाल की पहचान थी।
नई चुनौती: पारदर्शिता और समयबद्धता
ओपीएससी अध्यक्ष के रूप में अपने नए कार्य पर बोलते हुए षाड़ंगी ने कहा कि यह एक चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी है, और मैं इसे पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाने का प्रयास करूंगा। ओपीएससी का आदर्श वाक्य पारदर्शिता है और इसकी 75 वर्षों की समृद्ध विरासत है। मेरी प्राथमिकता चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना और भर्ती परीक्षाओं को समय पर आयोजित करना होगी।
धोखेबाज के झांसे में न आएं
षाड़ंगी ने विशेष रूप से अभ्यर्थियों को सावधान रहने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि मैं अभ्यर्थियों से आग्रह करता हूं कि वे किसी भी धोखेबाज के झांसे में न आएं, जो नौकरी के बदले में पैसे मांगने का दावा करता हो। यह धोखाधड़ी का एक तरीका हो सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि ओपीएससी पहले से ही कई सुधारात्मक कदम उठा चुका है और आने वाले समय में चयन प्रक्रिया को और भी पारदर्शी बनाने के लिए सुधार किए जाएंगे।