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SPL-04-PRADHAN मन की बात में डिजिटल अरेस्ट और डिजिटल फ्राड के मुद्दे जागरुक करेंगे : धर्मेन्द्र

धर्मेंद्र प्रधान ने नवीन पटनायक को पढ़ाया हार-जीत का पाठ

  • कहा-जीत-हार राजनीति का हिस्सा, निराश होने की जरूरत नहीं

भुवनेश्वर। केंद्रीय शिक्षा मंत्री तथा भाजपा के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को पलटवार करते हुए बीजद के मुखिया तथा पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को हार-जीत का पाठ पढ़ाया।

उन्होंने कहा कि जीत-हार राजनीति का स्वाभाविक हिस्सा है। इसलिए निराश होने की जरूरत नहीं है। विपक्ष के नेता नवीन पटनायक द्वारा भाजपा पर ओडिशा में छल-कपट से सत्ता हासिल करने संबंधी बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रधान ने ये बातें कहीं।

प्रधान ने कहा कि जीत और हार राजनीति में स्वाभाविक है। इसलिए नतीजों से बहुत ज्यादा उत्साहित या हतोत्साहित होने की जरूरत नहीं है। अतीत में ओडिशा में कुछ लोगों ने भाजपा को साइनबोर्ड पार्टी कहा था। अब हमारे पास लोगों की सच्ची सेवा करने का मौका है। हमें जनता द्वारा सौंपी गई जिम्मेदारियों को पूरा करना चाहिए। प्रधान ने आगे कहा कि लोगों ने जिन्हें भूमिका सौंपी है, उन्हें अपना कर्तव्य निभाना चाहिए। राज्य के नागरिकों की सेवा करने के लिए नियुक्त लोगों को पूरी लगन से ऐसा करना चाहिए। जिम्मेदार विपक्ष के रूप में नामित लोगों को भी अपनी जिम्मेदारियों को निभाना चाहिए। बाकी नागरिक इन कार्यों पर विचार करेंगे।

उल्लेखनीय है कि गत 2 अक्टूबर को बीजद अध्यक्ष नवीन पटनायक ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा था कि वे किसी योजना का नाम या स्कूल यूनिफॉर्म का रंग तो बदल सकते हैं, लेकिन राज्य के इतिहास को नहीं बदल सकते। बीजद की जनसंपर्क पदयात्रा के शुभारभ के अवसर पर अपने संवोधन में बीजद मुखिया ने कहा था कि लोग सच्चाई से वाकिफ हैं कि भाजपा झूठे वादे करके सत्ता में आई। उन्होंने लोगों से सवाल किया था कि आपमें से कितने लोगों को वास्तव में 300 यूनिट मुफ्त बिजली मिल रही है? आपमें से कितने लोगों को 3,000 रुपये मिले हैं? और कितनी महिलाओं को 50,000 रुपये मिले हैं?

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