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स्वच्छता ही सेवा अभियान का समापन किया
कोरापुट। ओडिशा केंद्रीय विश्वविद्यालय ने आज अपने परिसर में गांधी जयंती और शास्त्री जयंती के साथ-साथ स्वच्छता ही सेवा अभियान का समापन मनाया। इस कार्यक्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को पुष्पांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर माननीय कुलपति प्रो चक्रधर त्रिपाठी, विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और प्रसाशनिक सलाहकार प्रो वीसी झा और विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों और अधिकारी उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में प्रो त्रिपाठी ने समकालीन समाज में महात्मा गांधी के स्वच्छता और सादगी के दृष्टिकोण की प्रासंगिकता पर जोर दिया। इसे स्वच्छ भारत मिशन और राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के लक्ष्यों से जोड़ा। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस के संदर्भ में गांधी के अहिंसा के दर्शन पर भी चर्चा की और गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की शिक्षा से संबंध स्थापित किए। इसके अतिरिक्त, उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री के योगदान पर प्रकाश डाला एवं पूर्व प्रधानमंत्री के नैतिक नेतृत्व और राष्ट्र के प्रति जिम्मेदारी का उल्लेख किया। प्रो त्रिपाठी ने उत्कल मणि गोपबंधु को भी श्रद्धांजलि दी, जिन्हें अक्सर ओडिशा के गांधी के रूप में जाना जाता है। मानवता के प्रति उनके आजीवन समर्पण का उत्सव मनाते हुए और समुदाय से सार्वभौमिक शांति और प्रगति के लिए उनके आदर्शों का पालन करने का आग्रह किया।
शैक्षणिक एवं प्रशासनिक सलाहकार प्रो झा ने गांधी के अहिंसा, सत्य और सेवा के स्थायी सिद्धांतों पर विस्तार से बताया, जो शांति के लिए वैश्विक प्रयासों को प्रेरित करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि विश्व महात्मा गांधी के शाश्वत ज्ञान को पहचानता है, जो मानवता को शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की ओर ले जाता है। उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री के जीवन और योगदान पर भी प्रकाश डाला। पत्रकारिता और जनसंचार के सहायक प्रोफेसर डॉ गौरव रंजन ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया एवं इस दिन के महत्व पर प्रकाश डाला।
स्वच्छता ही सेवा के नोडल अधिकारी डॉ अंजनेयुलु थोटापल्ली ने पखवाड़े भर चलने वाले स्वच्छता अभियान पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की, जिसमें विश्वविद्यालय समुदाय और छात्रों को उनकी भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम का समन्वय डॉ थोटापल्ली और विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी डॉ फगुनाथ भोई ने किया।