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मोहन माझी ने बढ़ते अपराधों पर जताई चिंता
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पुलिस को लोगों का विश्वास जीतने की दी सलाह
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कहा-अपराधों पर तुरंत हो कार्रवाई और पुलिस की छवि सुधारने की जरूरत
भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने शनिवार को राज्य में बढ़ते अपराधों पर गहरी चिंता व्यक्त की और पुलिस अधिकारियों से आग्रह किया कि वे शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करें और जनता का विश्वास जीतें।
दो दिवसीय कलेक्टर्स कॉन्फ्रेंस के समापन अवसर पर मुख्यमंत्री माझी ने ओडिशा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से कहा कि वे थानों में आने वाले लोगों, विशेष रूप से महिलाओं और अन्य कमजोर वर्गों के साथ उचित व्यवहार करें और उनकी शिकायतों को गंभीरता से सुनें। उन्होंने कहा कि चाहे दिन हो, दोपहर हो या रात के 2 बजे, हमारा कर्तव्य है कि हम उन्हें तुरंत सहायता प्रदान करें। पुलिस अधिकारियों को मासिक समीक्षा बैठकों में इस बात की जानकारी दी जानी चाहिए।
माझी ने कहा कि पुलिस जनता की मित्र है और जनता का विश्वास जीतने की आवश्यकता है। महिला और बाल सहायता डेस्क को मजबूत किया जाना चाहिए ताकि ऐसे मामलों में त्वरित जांच की जा सके। ओडिशा पुलिस का मंत्र सेवा और सुरक्षा है। साइबर अपराधों से निपटने के लिए पुलिस को तकनीक का व्यापक उपयोग करना होगा और अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ अभियान को मिशन मोड में लिया जाना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री पर किया प्रहार
पूर्व मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि सजा दर और अन्य मामलों के संदर्भ में ओडिशा कई राज्यों से पीछे है। हमें राज्य को आगे बढ़ाने के लिए त्वरित सुधार करने चाहिए, और इसके लिए सभी हितधारकों का सहयोग आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने सवाल उठाते हुए कहा कि 16 वर्षों के रिकॉर्ड में मुख्यमंत्री की शिकायत प्रकोष्ठ में मुख्यमंत्री का कार्यालय (सीएमओ) मौजूद होता है, लेकिन क्या कभी मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति का प्रावधान किया गया था? उन्होंने बताया कि अब चीजें बदल गई हैं और मुख्यमंत्री व मंत्री सुबह 10:30 बजे से शाम 6 बजे तक लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं।
माझी ने एक घटना का जिक्र किया, जिसमें एक भिखारी उनके घर आया था लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उसे अंदर आने से रोक दिया था। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा यह सुनिश्चित करता हूं कि उन लोगों की शिकायतें सुनूं जो चलने में असमर्थ हैं या किसी अन्य समस्या से पीड़ित हैं।
सरकार जनता के लिए चौबीसों घंटे काम करेगी
माझी ने आगे कहा कि यह एक बड़ी बात है कि मैं लोक सेवा भवन में रात 12:30 बजे तक काम कर रहा हूं। प्रधानमंत्री 18 घंटे काम कर रहे हैं और हमें खुद को 8 या 12 घंटे के कार्यकाल तक सीमित नहीं रखना चाहिए। राज्य सरकार जनता के लिए चौबीसों घंटे काम करेगी।
जिलावार आंकड़ें एक सप्ताह में तलब
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने राज्य पुलिस को सख्त संदेश देते हुए मानसिकता बदलने का आह्वान किया। उन्होंने राज्य पुलिस महानिदेशक से महिलाओं के खिलाफ अपराधों के संबंध में जिलेवार आंकड़ों, लंबित सजाओं की स्थिति और अन्य जानकारी एक सप्ताह के भीतर देने के लिए निर्देश दिया।
खराब सजा दर पर गहरी चिंता
जिलाधिकारियों व आरक्षी अधीक्षकों के लिए दो दिवसीय सम्मेलन के समापन दिवस के दौरान मुख्यमंत्री ने पिछले 22 वर्षों में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में राज्य की खराब सजा दर पर गहरी चिंता व्यक्त की। माझी ने पुलिस कर्मियों से अपने दृष्टिकोण में सुधार करने का आग्रह करते हुए कहा कि सरकार पुलिस बल के साथ खड़ी है, लेकिन वह किसी भी परिस्थिति में भ्रष्टाचार, अनियमितताओं या सत्ता के दुरुपयोग को बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि ओडिशा में महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लिए सजा दर 2022 तक केवल 9.7% थी, उन्होंने स्थिति को बेहद निराशाजनक बताया और जोर देकर कहा कि सरकार इसे स्वीकार नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि आपको अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, चाहे वे किसी भी पद पर हों।
अपराधों के खिलाफ शून्य-सहिष्णुता की नीति
मुख्यमंत्री ने कहा कि कम सजा दर या तो पुलिस जांच में चूक या फिर विभाग में मुकदमे में तेजी लाने की मंशा की कमी को दर्शाती है। महिलाओं और बच्चों को निशाना बनाने वाले अपराधों के खिलाफ शून्य-सहिष्णुता की नीति के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए, माझी ने जोर दिया कि शक्तिशाली और प्रभावशाली लोगों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
स्वतंत्र रूप से घूम सकें बेटियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस विभाग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लड़कियां, छात्राएं और महिलाएं ओडिशा में स्वतंत्र रूप से घूम सकें। महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोकस पर जोर देते हुए माझी ने फिर से पुष्टि की कि ओडिशा सरकार भी ऐसे अपराधों के खिलाफ शून्य-सहिष्णुता के रुख के लिए प्रतिबद्ध है और सत्ता में बैठे लोगों सहित सभी अपराधियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने की कसम खाई है।
अपराध को नियंत्रित सर्वोच्च प्राथमिकता
उन्होंने कहा कि कानून और व्यवस्था बनाए रखना और अपराध को नियंत्रित करना ओडिशा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बनी हुई है। नागरिकों के जीवन की सुरक्षा में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। प्रभावी पुलिसिंग की बदौलत इस साल वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित जिलों में चुनाव सुचारू रूप से संपन्न हुए। हिंसा की घटनाओं में उल्लेखनीय कमी के बावजूद वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई जारी है। ओडिशा सरकार वामपंथी उग्रवाद को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस प्रयास का समर्थन करने के लिए सभी आवश्यक जनशक्ति और बुनियादी ढांचा प्रदान करेगी।