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तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल
भद्रक। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक विवादास्पद पोस्ट के खिलाफ निकाली गई रैली के दौरान भद्रक जिले के संथिया के पास भारी तनाव उत्पन्न हो गया। इस दौरान पथराव में में तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हिंसा में भद्रक तहसीलदार के वाहन को भी काफी नुकसान पहुंचा।
घायल पुलिस अधिकारियों में भद्रक टाउन एसआई रोजेन मुर्मू, आईआईसी अजय सुदर्शन बागे और सिटी डीएसपी अंशुमान द्विवेदी शामिल हैं। मुर्मू को सिर में गंभीर चोटें आईं और उन्हें तत्काल पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
खबरों के अनुसार, फेसबुक पर एक पोस्ट ने आक्रोश भड़का दिया, जिसके बाद एक समूह ने रैली निकाली और पोस्ट के जिम्मेदार व्यक्ति की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करते हुए टायर जलाकर सड़क को जाम कर दिया। पुलिस ने जब स्थिति को शांत करने की कोशिश की, तो मामला बिगड़ गया और प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसमें तीन वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घायल हो गए।
स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया। घटना की गंभीरता को देखते हुए सात प्लाटून पुलिस बल और तीन आईआईसी को मौके पर तैनात किया गया। पुलिस ने इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए फ्लैग मार्च भी किया।
इस घटना के बाद क्षेत्र में बीएनएसएस की धारा 163 लागू कर दी गई है। जिला प्रशासन द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि इस क्षेत्र में किसी भी प्रकार की सभा, बैठक, या विरोध प्रदर्शन पर सख्त पाबंदी है और इसका उल्लंघन गंभीरता से लिया जाएगा।
एसडीएम, भद्रक के आदेश में कहा गया कि स्थिति को गंभीरता से देखते हुए और दो समुदायों के बीच तनाव को रोकने के उद्देश्य से मैंने बीएनएसएस की धारा 163 के तहत अनिश्चितकालीन अवधि के लिए यह आदेश जारी किया है। आदेश में आगे कहा गया है कि आईआईसी पुरुनाबाजार थाना प्रभारी को आदेश दिया जाता है कि वह थानाक्षेत्र में इस आदेश की माइक घोषणा के माध्यम से तत्काल प्रभाव से प्रचार करें। तहसीलदार, भद्रक को कार्यकारी मजिस्ट्रेट के रूप में नियुक्त किया गया है और उन्हें हिंसक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल को संगठित कर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।