-
भाजपा ने कब्जे की बनाई योजना
-
बीजद अध्यक्ष पर अनियमितताओं का आरोप, 10 पार्षदों ने दिया समर्थन
बालेश्वर। बालेश्वर जिले के नीलगिरि नोटिफाइड एरिया काउंसिल (एनएसी) की चेयरमैन अंबिका दास के खिलाफ शुक्रवार को 10 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पारित किया। अंबिका दास पर अपने पद का दुरुपयोग करने और अनियमितताओं में शामिल होने का आरोप है, जिसके चलते परिषद के सदस्यों ने यह कदम उठाया।
सूत्रों के अनुसार, नीलगिरि एनएसी में कुल 13 पार्षद हैं। इनमें से 10 पार्षदों ने जिला कलेक्टर को शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद कलेक्टर ने आज शुक्रवार को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान का आयोजन किया। एक पार्षद ने मतदान से परहेज किया, जबकि दो अन्य अनुपस्थित रहे। शेष 10 पार्षदों ने अंबिका दास के खिलाफ मतदान किया, जिससे अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया।
अंबिका दास, जो पिछले दो वर्षों से इस पद पर थीं, पर कर्तव्यों में लापरवाही और विभिन्न वार्डों के प्रति पक्षपाती रवैया अपनाने का आरोप लगाया गया था। अब, भाजपा इस स्थिति का लाभ उठाकर इस पद पर कब्जा जमाने की तैयारी कर रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीजद के पूर्व नेता संतोष खतुआ, जिन्हें कुछ महीने पहले पार्टी में नजरअंदाज किया गया था, अब नीलगिरि में बीजद के लिए एक बड़ी चुनौती बन गए हैं। भाजपा चेयरमैन के पद पर कब्जा करने की योजना बना रही है, जिससे बीजद के लिए सिरदर्द और बढ़ गया है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी कई एनएसी चेयरपर्सन के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित हो चुके हैं। अगस्त में भी बीजद के निमापड़ा एनएसी की चेयरमैन के खिलाफ 8 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था। इसी तरह, जूनागढ़ एनएसी के भाजपा चेयरमैन मुकेश अग्रवाल के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव पारित किया गया था।