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भुवनेश्वर के रिजर्व ग्राउंड पर लगभग 100 पुलिस अधिकारी और सिपाही हुए एकत्रित
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बिना किसी कार्यक्रम की एकजुटता ने अटकलों को दिया हवा
भुवनेश्वर। 21 सितंबर को भारतपुर मामले में पुलिसकर्मियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के विरोध में भुवनेश्वर के रिजर्व ग्राउंड पर लगभग 100 पुलिस अधिकारी और सिपाही एकत्रित हुए थे। एक साथ एकत्र होने की इस घटना ने कई सवाल खड़े किए हैं। सवाल उठ रहे हैं कि इन्हें अपने-अपने थानों से जाने की अनुमति किसने दी? क्या भरतपुर मामले में कार्रवाई के विरोध में ये एकजुट हुए थे?
बताया जाता है कि इस दौरान मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी शहर से बाहर थे, जिससे सवाल और गंभीर हो गए हैं। पूर्व पुलिस अधिकारी बटकृष्ण त्रिपाठी ने मीडिया को दिये गये बयान में कहा कि वर्दी में रहते हुए विरोध करना गलत नहीं है।
वीडियो अपलोडर्स का पता लगाने के निर्देश
इधर, कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वे पता लगाएं कि वीडियो क्लिप्स कौन अपलोड कर रहा था। उन्होंने कहा कि किसी को भी किसी का चरित्र हनन करने का अधिकार नहीं है। इस संबंध में कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिसकर्मियों की बैठक पर कमिश्नरेट पुलिस का कार्रवाई
पुलिसकर्मियों की बैठक को लेकर कमिश्नरेट पुलिस ने सभी थाना प्रभारियों, ट्रैफिक-I और ट्रैफिक-II के अधिकारियों को पत्र लिखकर 21 सितंबर को शाम 4 बजे से 6 बजे के बीच ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की सूची जमा करने के निर्देश दिए हैं।