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खेतों में फसलें बर्बाद, कई गांव अब भी जलमग्न
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पानी निकलने में अभी और 15 दिन लगने की संभावना
बालेश्वर। जिले में सुवर्णरेखा और बूढ़ाबलंग नदी में आई भारी बाढ़ ने जिले में भारी तबाही मचाई है। हालांकि, नदियों में जलस्तर अब घटने लगा है, लेकिन जिले के विभिन्न ब्लॉकों के कई गांव अभी भी पानी से घिरे हुए हैं।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोग, जहां अपने कीमती सामानों को कीचड़ से निकालने में लगे हुए हैं, वहीं किसान अपनी बर्बाद फसलों को देखकर निराश हैं। बाढ़ के कारण कृषि भूमि पर धान की फसल को व्यापक क्षति पहुंची है, जिससे किसान अब अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं।
एक किसान ने कहा कि हमारी सारी मेहनत बाढ़ में बह गई। पूरी तरह से पानी निकलने में अभी 15 दिन और लगेंगे। धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो चुकी है।
एक अन्य किसान ने भी अपनी व्यथा साझा करते हुए कहा कि मैंने अपनी सारी बचत और उधार लेकर इस सीजन में खेती की थी। मेरे जैसे कई किसान बाढ़ के कारण भारी नुकसान झेलेंगे।
उल्लेखनीय है कि बाढ़ से जिले के पांच ब्लॉकों, बालिआपाल, बस्ता, भोगराई, जलेश्वर और बालेश्वर सदर के 141 गांवों के 35,654 लोग प्रभावित हुए हैं। बाढ़ के दौरान 21,085 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, जबकि इस आपदा में 130 मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं।