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ओडिशा में भारी बारिश और तेज हवाओं को लेकर अलर्ट जारी
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16 सितंबर तक जारी रहेगा मौसम प्रभाव
भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्व में बना निम्न दबाव का क्षेत्र डीप डिप्रेशन में तब्दील हो गया है तथा यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया है और शुक्रवार को पटुआखली (बांग्लादेश) के पास बांग्लादेश तट को पार किया।
अगले 48 घंटों के दौरान इस सिस्टम के तटीय बांग्लादेश और गंगा के पश्चिम बंगाल में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है।
यह जानकारी भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को देते हुए बताया कि इस डिप्रेशन पर कोलकाता स्थित डॉपलर वेदर रडार द्वारा निरंतर निगरानी की जा रही है।
आईएमडी के अनुसार, 14 और 15 सितंबर के दौरान पश्चिम बंगाल (कोलकाता सहित) और उससे सटे उत्तरी ओडिशा में और 15 और 16 सितंबर को झारखंड में 35-45 किमी प्रति घंटे की गति से हवा चलने की संभावना है, जो 55 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
इसी तरह, 16 सितंबर, 2024 की सुबह तक बंगाल की खाड़ी के उत्तर और पश्चिम बंगाल-ओडिशा तटों के साथ-साथ समुद्र की स्थिति खराब रहने की संभावना है।
मौसम विभाग ने शनिवार को चेतावनी दी है कि इसके चलते ओडिशा के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं।
अगले 24 घंटे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान सुंदरगढ़, झारसुगुड़ा और संबलपुर जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश (7 से 20 सेमी) और आकाशीय बिजली के साथ गरज की संभावना है। जिन जिलों के लिए पीली चेतावनी जारी की गयी है, उसमें देवरगढ़, अनुगूल, केंदुझर, सोनपुर, बरगढ़ और मयूरभंज शामिल हैं। इन जिलों में भारी बारिश (7 से 11 सेमी) की संभावना है।
16 सितंबर के लिए जिन जिलों के लिए पीली चेतावनी जारी की गयी है, उनमें सुंदरगढ़ शामिल है। इस जिले में भारी बारिश (7 से 11 सेमी) की संभावना है।
हवा और समुद्र की स्थिति खराब होगी
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर बंगाल की खाड़ी और उत्तर ओडिशा के तट पर 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। इसके झोकों की गति 70 किमी प्रति घंटे की होने की संभावना है। इस दौरान उत्तर बंगाल की खाड़ी और ओडिशा तट के पास समुद्री स्थिति अशांत रहेगी। मछुआरों को उत्तर बंगाल की खाड़ी और ओडिशा तट के साथ समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।