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मीडिया रिपोर्ट के बाद एक दिन पहले ही आयोजन में शामिल होने पहुंचे भक्तों का भड़का गुस्सा
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कार्यक्रम स्थल पर पसरा रहा सन्नाटा
भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर और कटक के बीच स्थित बाबा रामदेव रुणिचा वाले के भव्य जागरण पर आयोजन से पहले ही विवादों का साया देखने को मिला है। आयोजकों की ओर से आयोजन से संबंधित अव्यवस्थित प्रचार-प्रसार के चलते इस बार भक्तों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इससे भक्तों में भारी आक्रोश होने की खबर है।
बताया गया है कि एक हिंदी दैनिक में छपी खबर के बाद बाबा के भव्य जागरण संबंधित सुबह के कार्यक्रमों में हिस्सा लेने आए भक्तों को जब आयोजन स्थल पर कोई नहीं दिखा, तो उनका गुस्सा भड़क उठा। इसके बाद जब कुछ लोगों ने आयोजक टीम को फोन किया तो पता चला कि खबर गलत छप गयी है।
यह घटना न केवल भुवनेश्वर बल्कि कटक में भी देखने को मिली, जहां दूर-दूर से श्रद्धालु बाबा रामदेव के दरबार से संबंधित सुबह के कार्यक्रम में आने के लिए पहुंचे थे।
अव्यवस्था से भक्तों में निराशा
भक्तों का कहना है कि हर साल बाबा रामदेव रुणिचा वाले के भव्य जागरण के प्रचार-प्रसार की अव्यवस्था के कारण लगभग ऐसा होता है। भव्य आयोजन की आशा में लोग दूर-दूर से यहां पहुंचे थे, लेकिन उन्हें वहां न तो कोई व्यवस्था मिली और न ही कोई आयोजक। इस तरह भक्तों का ऐसे आयोजकों के प्रति विश्वास डगमगाने लगा है।
कटक और भुवनेश्वर के भक्त हुए परेशान
भुवनेश्वर में जहां आयोजन को लेकर भारी अव्यवस्था देखने को मिली, वहीं कटक में भी हालात कुछ अलग नहीं थे। भक्तों ने बताया कि बाबा के भव्य जागरण से संबंधित सुबह के कार्यक्रम में शामिल होने की आस लेकर वे यहां आए थे, लेकिन वहां कोई नहीं दिखा।
आयोजकों पर उठे सवाल
इस घटना के बाद आयोजकों पर सवाल उठने लगे हैं। भक्तों का कहना है कि अगर इस तरह की लापरवाही और अव्यवस्था जारी रही, तो बाबा रामदेव के भक्तों की आस्था पर इसका गहरा असर पड़ेगा। हालांकि, आयोजकों की ओर से अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
भक्तों की उम्मीदों पर पानी फिरने से अब यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में आयोजक इस स्थिति को सुधारने के लिए क्या कदम उठाते हैं।
नई टीम गठित करने की मांग
नाम न छापने की शर्त पर कुछ भक्तों ने यहां तक कहा कि बाबा रामदेव रुणिचा वाले मंदिर ट्रस्ट और समिति कटक भुवनेश्वर की पदाधिकारियों की टीम को बदलने की जरूरत है। यहां कुछ लोगों की मनमानी चलती है। नेकी और नियत के चलते लगभग हर साल बाबा राम देव रुणिचा वाले के कार्यक्रमों में विघ्न पड़ता है। ऐसी स्थिति में नई टीम की जरूरत महसूस की जा रही है।
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