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बीजद नेताओं पर लगे घोटाले के आरोप
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माइनिंग, जमीन, सतुआ और टेंडर घोटालों में संलिप्तता का आरोप
भुवनेश्वर। पूर्व राज्यसभा सांसद सुजीत कुमार ने कलाहांडी जिले में खदान, जमीन, सतुआ और टेंडर फिक्सिंग घोटालों में बीजद नेताओं की संलिप्तता का आरोप लगाया है। उनकी इस विस्फोटक टिप्पणी ने जिले में खलबली मचा दी है और राजनीति में हलचल आ गयी है। भाजपा ने इस मामले की जांच की मांग की है, जबकि कांग्रेस ने एक गैर-ओड़िया और भाजपा के बीच मिलीभगत का आरोप लगाया है, जबकि बीजद ने आरोपों के प्रमाण पेश करने के लिए कहा है।
सुजीत कुमार ने बीजद में 12 वर्षों तक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और हाल ही में राज्यसभा से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए हैं।
सुजीत ने 6 सितंबर को कहा था कि कलाहांडी जिले में विकास की गति भ्रष्टाचार के कारण धीमी हो गई, जिसमें हजारों करोड़ रुपये शामिल थे। इनमें कुछ राज्य-स्तरीय और जिला-स्तरीय नेता सीधे तौर पर शामिल थे।
उनके इन बयानों ने जिले में राजनीतिक हलकों में बड़ी चर्चा छेड़ दी है। भाजपा के धर्मगढ़ विधायक सुधीर पाट्टजोशी ने सुजीत द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच की मांग की है। पट्टजोशी ने कहा कि सरकार बदलने से पहले भी हमने आरोप लगाए थे कि जिला लूट रहा था। वे बॉबी दास और अन्य बीजद नेताओं के साथ मिलकर जिला को लूट रहे थे। सुजीत कुमार के आरोपों की जांच होनी चाहिए।
बीजद नेता पुष्पेंद्र सिंहदेव ने सुजीत के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अगर उनके पास कोई सबूत हैं, तो वे उन्हें क्यों नहीं पेश कर रहे? सुजीत कुमार ने शुक्रवार को कहा कि उनके पास अपने दावों को साबित करने के लिए सबूत मौजूद हैं। हालांकि, बीजद नेता बॉबी दास की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
इस बीच, कांग्रेस विधायक सागर दास ने सवाल उठाते हुए कहा कि सुजीत इतने दिनों तक चुप क्यों थे? गैर-ओड़िया अधिकारी के करीबी लोग अब भाजपा में शामिल हो रहे हैं। यह संकेत देता है कि उस अधिकारी के भाजपा के साथ कुछ आंतरिक संबंध हो सकते हैं।