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डॉक्टरों और यात्रियों की मदद से सुरक्षित डिलीवरी
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माँ और नवजात दोनों स्वस्थ
नवरंगपुर। एक गर्भवती महिला ने चलती बस में अचानक प्रसव पीड़ा के बाद एक बच्ची को जन्म दिया। बस में मौजूद यात्रियों और दो डॉक्टरों की मदद से डिलीवरी सफलतापूर्वक हो सकी। मां और नवजात बच्ची दोनों सुरक्षित और स्वस्थ हैं।
यह घटना उस समय हुई जब महिला पारलाखेमुंडी से नवरंगपुर की ओर जा रही थी। बीच रास्ते में काशीनगर के पास महिला को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। बस में मौजूद डॉक्टर अरुण नायक और डॉ सुनीता मल्लिक ने तत्काल स्थिति को संभाला और महिला की सुरक्षित डिलीवरी करवाई।
डिलीवरी के बाद बस ने मां और नवजात को गुनुपुर उप-विभागीय अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्हें उचित चिकित्सा देखभाल दी गई। इसके बाद बस ने अपनी यात्रा पुनः शुरू की। सभी यात्रियों ने भी इस दौरान सहयोग किया और डॉक्टरों को महिला और नवजात की देखभाल के लिए हरसंभव मदद दी।
डॉ अरुण नायक ने बताया कि हम सौभाग्य से पीछे की सीट पर बैठे थे। मैंने अपने एक गाइनकोलॉजिस्ट दोस्त को फोन किया, जिन्होंने हमें महिला को नजदीकी अस्पताल ले जाने की सलाह दी। सौभाग्य से डॉ सुनीता मल्लिक हमारे साथ थीं, जिन्होंने मां और नवजात की देखभाल की।
डॉ सुनीता मल्लिक ने कहा कि महिला को पारलाखेमुंडी से निकलते ही प्रसव पीड़ा होने लगी। यात्रियों और बस के कर्मचारियों ने हमें पूरा सहयोग दिया। महिला का कद छोटा था और हमें एनीमिया की आशंका थी, लेकिन हमने सफलतापूर्वक डिलीवरी कराई और उन्हें गुनुपुर अस्पताल पहुंचाया।
गुनुपुर उप-विभागीय अस्पताल के अधीक्षक रमेश साहू ने बताया कि बस नवरंगपुर की ओर जा रही थी जब महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। उन्होंने एक बच्ची को जन्म दिया और मां व नवजात दोनों स्वस्थ हैं।