-
विधानसभा में विधायकों ने जताई गहरी चिंता
-
विधानसभा अध्यक्ष दिया कार्रवाई का निर्देश
भुवनेश्वर। राज्य में निम्न गुणवत्ता वाले सत्तु बेचने वाली एजेंसियों पर कार्रवाई होगी। विधानसभा में आज विधायकों ने बच्चों को पौष्टिक भोजन के तहत दिये जा रहे खराब गुणवत्ता वाले सत्तु को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की, तो विधानसभा अध्यक्ष ने कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
आज सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों दलों के विधायकों ने इस मुद्दे पर चिंता व्यक्त करने के साथ-साथ घटिया गुणवत्ता वाले सत्तु प्रदान करने वाली एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मामले पर विधायकों की चिंता को देखते हुए अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने महिला एवं बाल विकास मंत्री प्रभाति परिडा को इस संबंध में कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
विधानसभा अध्यक्ष पाढ़ी ने उप मुख्यमंत्री तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री प्रभाति परिडा को निर्देश दिया कि वे सदन में एक रिपोर्ट रखें कि किन संस्थानों ने निम्न गुणवत्ता वाली सत्ता प्रदान की हैं और उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की गई है। स्पीकर ने निम्न गुणवत्ता वाले सत्तु उपलब्ध कराने वाली एजेंसियों के खिलाफ कार्रवाई का भी आदेश दिया है।
आज प्रश्नकाल के दौरान विधायक संजली मुर्मू के मूल प्रश्न पर लंबी चर्चा हुई। चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष के विधायकों के साथ-साथ विपक्षी दल के विधायकों ने भी निम्न गुणवत्ता वाले सत्तु बच्चों को दिये जाने पर चिंता व्यक्त की।
कांग्रेस विधायक तारा वाहिनीपति ने कहा कि बच्चों को दिया जाने वाला सत्तु खाने के लायक नहीं है। इसमें केवल गेहूं चीनी दी जा रही है। बच्चे इसे नहीं खा रहे हैं तथा गाय व बकरी इसे खा रही हैं। इसलिए इस व्यवस्था को सुधारा जाए। इसके उत्तर में परिडा ने कहा सत्तु की गुणवत्ता का निरीक्षण के लिए पर्यवेक्षक और मातृ कमेटी का गठन किया गया है। वे जांच करते हैं।
इसके अलावा अन्य विधायकों ने भी इसके गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए घटिया सत्तु मुहैया कराने वाली एजेंसियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।