-
कहा-अध्यक्ष पद की दावेदारी से हटने के लिए दो लोगों को भेजा था मेरे पास, बनाया था दबाव
-
ऑफर ठुकराने पर खोया आपा, पुराने निजी मुद्दों को दे रहे हैं हवा
-
जनता करेगी फैसला – भक्त चाहिए या निजी जिंदगी कुरेदने वाला नेता?
कटक। उत्कल प्रादेशिक मारवाड़ी समाज (यूपीएमएस) कटक शाखा के अध्यक्ष पद के चुनाव से पहले पवन जाजोदिया ने एक विस्फोटक दावा करते हुए आरोप लगाया है कि उन्हें दिनेश जोशी द्वारा निर्विरोध चुने जाने के लिए मेरे ऊपर दबाव बनाया गया था।
पवन जाजोदिया ने कहा कि चुनावी मैदान में मैं अध्यक्ष पद के लिए पर्चा दाखिल नहीं करूं, इसके लिए दो विशिष्ट लोगों ने मुझे चुनावी मैदान में नहीं उतरने का आग्रह किया, जिन्हें कथित तौर पर जोशी ने भेजा था। जब मैंने अध्यक्ष पद की दावेदारी छोड़ने के लिए जोशी का ऑफर ठुकराया, तो जोशी ने अपना आपा खो दिया और व्यक्तिगत मुद्दों को हवा दे रहे हैं।
पवन ने कहा कि किसी सामाजिक संस्था के अध्यक्ष रहे और पुनः दावेदारी ठोंकने वाले व्यक्ति को ऐसा व्यवहार शोभा नहीं देता। उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि जब कोई व्यक्ति उनकी बात स्वीकार्य नहीं करेगा, तो उसकी निजी जिंदगी को कुरेदकर व्लैकमेल करेंगे। ऐसा तो किसी के साथ भी कर सकते हैं।
जनता करेगी फैसला – “भक्त चाहिए या निजी जिंदगी कुरेदने वाला?”
पवन जाजोदिया ने आगे कहा कि यह अब जनता पर निर्भर करता है कि वे किसे अपना अध्यक्ष चुनते हैं। क्या वे एक भक्त को चुनेंगे, जो समाज के लिए काम करना चाहता है, या फिर एक ऐसे व्यक्ति को सौंपेंगे बागडोर, जो लोगों की निजी जिंदगी में तांक-झांक करने की मानसिकता रखता है। जनता और मतदाताओं को जागरूक होकर मतदान करने की जरूरत है। जब जनता ने ब्राह्मणवाद और बनियावाद के मुद्दों को नकारते हुए मुझे आशीर्वाद देना शुरू किया तो वे निजी मुद्दों को हवा दे रहे हैं।
जाजोदिया ने कहा कि यह चुनाव सिर्फ एक पद के लिए नहीं है, बल्कि यह निर्णय करेगा कि समाज को किस दिशा में ले जाना है। उन्होंने कहा कि समाज को अब सोचना होगा कि उन्हें किस तरह का नेतृत्व चाहिए। एक ऐसा नेता जो समाज की भलाई के लिए कार्य करेगा, या फिर एक ऐसा व्यक्ति जो व्यक्तिगत हमलों से अपनी शक्ति दिखाना चाहता है।
दिनेश जोशी के व्यवहार से समाज में गुस्सा
दिनेश जोशी द्वारा पवन के निजी मुद्दों को हवा देने के प्रयास से समाज में गुस्सा देखने को मिला है। लोगों ने इस कृत्य की घोर निंदा की है। लोगों ने कहा कि व्यक्तिगत जिंदगी में सभी के साथ कुछ न कुछ समस्याएं, यह कौन नहीं जानता है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं किसी अपने समाज के नेतृत्व करने वाले इस तरह का व्यवहार करें। उन्होंने कहा कि अलगाववाद के बाद यह संकीर्ण सोच का प्रतीक है।
इन मुद्दों के बाद कइयों ने चिंता जाहिर की है कि चुनाव के परिणाम चाहे जो हो, लेकिन ऐसा नेतृत्व मिला, तो समाज किस दिशा में जेयाग। वहीं, दिनेश जोशी की तरफ से इस मामले में अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई थी।
सत्यनारायण भरालावाला ने किया पवन जाजोदिया का तिलक, दिया ‘विजयी भव’ का आशीर्वाद
पवन जाजोदिया की अध्यक्ष पद की उम्मीदवारी को एक और महत्वपूर्ण समर्थन मिला है। समाज के वरिष्ठ सदस्य सत्यनारायण भरालावाला ने उन्हें तिलक कर ‘विजयी भव’ का आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर भरालावाला ने जाजोदिया की निष्ठा और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की और उनके जीत की कामना की।
पवन जाजोदिया को मिला समाज का समर्थन
सत्यनारायण भरालावाला द्वारा दिया गया यह आशीर्वाद पवन जाजोदिया के लिए एक बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला है। जाजोदिया की उम्मीदवारी को लेकर समाज के विभिन्न वर्गों में पहले से ही उत्साह और समर्थन देखने को मिल रहा है, और अब भरालावाला का आशीर्वाद उनकी जीत की संभावनाओं को और भी मजबूत कर रहा है।
जाजोदिया ने इस आशीर्वाद के लिए भरालावाला का आभार व्यक्त किया और कहा कि मुझे खुशी है कि समाज के वरिष्ठ और सम्मानित सदस्यों का मुझे आशीर्वाद मिल रहा है। मैं इस आशीर्वाद को अपने लिए एक बड़ी जिम्मेदारी के रूप में देखता हूं और समाज की भलाई के लिए पूरे समर्पण के साथ काम करूंगा।
स्थायी कार्यालय के लिए मिलेगी जमीन – पवन
पवन जाजोदिया ने कहा कि यूपीएमएस कटक शाखा के स्थायी कार्यालय के लिए मेरे पास जमीन है। वह कल मैं क्यों खड़ा हूं कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान निवर्तमान अध्यक्ष दिनेश जोशी ने कहा था कि हमारे पास रुपये हैं, लेकिन जमीन नहीं मिल रही है। इसके जवाब में पवन ने अपने वक्तव्य में जमीन दिलाने का वादा किया और मेरे पास जमीन है, जिसकी कीमत तीन करोड़ रुपये से ज्यादा की है, लेकिन में तीन करोड़ में दिलाने को तैयार हूं और 50 लाख रुपये कम में मैं दिलवा दूंगा। इस पर वहां मौजूद लोगों ने तालियां बजाकर स्वागत किया। उल्लेखनीय है कि यूपीएमएस कटक शाखा के पास स्थायी कार्यालय नहीं है।
इस खबर को भी पढ़ें-सुंदरकांड पाठ के दौरान पवन जाजोदिया को मिला भरपूर आशीर्वाद