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कांग्रेस और बीजद विधायकों के हंगामे के कारण प्रश्नकाल बाधित
भुवनेश्वर। विपक्षी कांग्रेस और बीजद विधायकों के हंगामे के कारण ओडिशा विधानसभा में प्रश्नकाल आज ठीक से पूरा नहीं हो सका। विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी द्वारा विपक्षी विधायकों को हंगामा न कर सदन को सुचारु रुप से चलाने हेतु बार-बार अपील किये जाने के बाद भी हंगामा नहीं थमा। इस कारण विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने सदन को 11.30 बजे तक स्थगित करने की घोषणा की।
आज निर्धारित समय सुबह 10.30 बजे सदन का कामकाज शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी ने प्रश्नकाल कार्यक्रम शुरू किया। पहला सवाल कांग्रेस विधायक दल के नेता रामचन्द्र काडाम का था। वे अपनी सीट पर खड़े होकर कुछ कह रहे थे, इसलिए विधानसभा अध्यक्ष ने विधायक दुष्मंत स्वाईं का अगले प्रश्न का उत्तर देने के लिए शहरी विकास मंत्री डा कृष्णचन्द्र महापात्र को बुलाया।
इसी बीच पहले कांग्रेस के विधायक और बाद में बीजद के विधायक सदन के बीच में आ गये और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। कांग्रेस विधायक जाति जनगणना और शिक्षण संस्थानों में आरक्षण मुद्दे पर मोहन सरकार के खिलाफ नारे लगाते दिखे। बीजद के विधाय़कों ने भी उनका साथ दिया। हंगामे व शोरशराबे के बीच मंत्री डा महापात्र सवालों का जवाब देते रहे। मूल प्रश्न के बाद इसके बाद भाजपा विधायकों ने अतिरिक्त प्रश्न भी पूछा। मंत्री डा महापात्र ने इन पूरक सवालों का भी जवाब दिया। उधर विपक्षी विधायकों ने हंगामा जारी रखा था।
इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष पाढ़ी ने अगले प्रश्न का जवाब देने के लिए वन एवं पर्यावरण मंत्री गणेशराम सिंह खुंटिया को बुलाया। उन्होंने भी मूल प्रश्न का उत्तर भी दिया और बाद में पूछे गये पूरक प्रश्नों के उत्तर भी दिये।
पोडियम पर चढ़ने की कोशिश
उधर, कांग्रेस और बीजद विधायकों ने धीरे-धीरे अपना शोर शराबा व हंगामा को तेज कर दिया। कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनिपति और अधिराज पाणिग्राही ने स्पीकर के पोडियम पर चढ़ने की कोशिश की। विधानसभा अध्यक्ष के सुरक्षा गार्डों ने उन्हें रोका। विधानसभा अध्यक्ष पाढ़ी विपक्षी दल के विधायकों से बार-बार हंगामा छोड़कर अपनी-अपनी सीटों पर बैठने और सदन को चलाने के लिए सहयोग करने हेतु अपील कर रही थीं, लेकिन इसका विधायकों पर कोई असर नहीं हुआ। अंततः पाढ़ी ने 11.30 बजे तक के लिए स्थगन की घोषणा कर दी।