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जगन्नाथ प्रधान ने नामांकन पत्र वापस लिया
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कहा-पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर दाखिल किया था पर्चा
भुवनेश्वर। भाजपा नेता ममता मोहंता को ओडिशा से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुना गया है। इससे पहले भाजपा के एक अन्य नेता जगन्नाथ प्रधान, जिन्होंने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपनी नामांकन पत्र दाखिल की थी, ने अंतिम दिन अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया।
ममता मोहंता ने हाल ही में बीजद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुईं थीं। इसके बाद भाजपा ने उन्हें ओडिशा से राज्यसभा के लिए उम्मीदवार के रूप में नामित किया। उनके निर्विरोध चुनाव की प्रक्रिया पूरी होने के बाद भाजपा में उनके समर्थन को लेकर राजनीतिक हलकों में चर्चा हो रही है।
इससे पहले राज्य में राज्यसभा उपचुनाव के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल करने वाले भाजपा नेता जगन्नाथ प्रधान ने मंगलवार को अपना पर्चा वापस ले लिया था।
नामांकन पत्र वापस लेने के बाद भाजपा नेता जगन्नाथ प्रधान ने कहा कि मैंने पार्टी नेतृत्व के निर्देश के अनुसार नामांकन पत्र दाखिल किया था। अब पार्टी ने मुझे नामांकन वापस लेने का निर्देश दिया है और पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता के रूप में मैंने उनके निर्देश का पालन किया है। मैं पार्टी का अनुशासित व्यक्ति हूं।
उल्लेखनीय है कि पिछले 21 अगस्त को भाजपा की राज्यसभा के लिए अधिकृत उम्मीदवार ममता मोहंता ने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, राज्य भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल, ओडिशा भाजपा के प्रभारी विजय सिंह तोमर और अन्य मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में विधानसभा में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था।
इसके बाद उसी दिन भाजपा नेता जगन्नाथ प्रधान ने भी राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल किया था। पार्टी के आधिकारिक उम्मीदवार ममता के नामांकन पत्र भरने के बाद उन्होंने अपना नामांकन रिटर्निंग ऑफिसर को सौंपा था। इस अवसर पर उनके साथ भाजपा के अनेक विधायक शामिल थे।
तभी से यह माना जा रहा था कि श्री प्रधान पार्टी के डमी उम्मीदवार हैं और पार्टी के निर्देश के अनुसार ही उन्होंने नामांकन पत्र भरा है।
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