कोरापुट। ओडिशा केंद्रीय विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग द्वारा आयोजित सप्ताह भर चलने वाला संस्कृत महोत्सव 26 अगस्त 2024 को संपन्न हुआ। इस आयोजन की शुरुआत 16 अगस्त 2024 को हुई थी और इसमें छात्रों और शिक्षकों की ओर से अद्वितीय उत्साह देखा गया।
समापन समारोह की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति, प्रोफेसर चक्रधर त्रिपाठी ने की। इस अवसर पर केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, सदाशिव परिसर, पुरी के निदेशक, प्रोफेसर बनमाली विश्वाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, जबकि केंद्रीय ओडिशा विश्वविद्यालय के सलाहकार, प्रोफेसर वीसी झा ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इसके अलावा विश्वविद्यालय के कुलसचिव, भाषा संकाय के डीन और संस्कृत विभाग के अध्यक्ष, प्रोफेसर नर्सिंह चरण पंडा भी समारोह में मौजूद थे। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर भारत पंडा, हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ चक्रधर प्रधान और अंग्रेजी विभाग के शिक्षक डॉ टी अंजनयुलु भी उपस्थित थे।
समारोह का आरंभ दीप प्रज्वलन और वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हुआ। प्रोफेसर नर्सिंह चरण पंडा ने सभी अतिथियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। संस्कृत विभाग के दो छात्रों ने संस्कृत के महत्व पर भाषण दिए, जबकि दो अन्य छात्रों ने श्लोकों का मधुर वाचन किया।
मुख्य अतिथि प्रोफेसर बनमाली विश्वाल ने संस्कृत की महत्ता और इसके विभिन्न वैज्ञानिक क्षेत्रों में प्रासंगिकता पर जोर दिया, जिसमें उन्होंने शास्त्रों से उदाहरण प्रस्तुत किए। विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर वी.सी. झा ने भी संस्कृत साहित्य पर अपने विचार साझा किए।
सप्ताह भर के दौरान विश्वविद्यालय के छात्रों के लिए श्लोकवृत्ति (वाचन), निबंध लेखन, भाषण, चित्रकला और रंगोली जैसी विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इनमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों को प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान के पुरस्कार प्रदान किए गए।
संस्कृत विभाग के सभी शिक्षक, जिनमें डॉ संजीव सरकार, डॉ नवीन कुमार प्रधान, डॉ देवाशीष कर्मकार, डॉ वीरेंद्र कुमार शड़ंगी और श्री सत्यव्रत मिश्रा शामिल थे, ने इस कार्यक्रम में उत्साहपूर्वक भाग लिया।