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स्वास्थ्य विभाग ने किया सतर्क
पुरी। जिले के पिपिलि क्षेत्र में एच5एन1 एवियन इन्फ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) के मामले सामने आने के बाद ओडिशा के पशु चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग ने मुर्गियों की कालिंग की प्रक्रिया तेज कर दी है। वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि संक्रमण को अन्य क्षेत्रों में फैलने से रोकने के लिए निगरानी बढ़ा दी गई है और तीसरे दिन भी पिपिलि में मुर्गियों की कालिंग जारी है।
पिपिलि के एक पोल्ट्री फार्म में मुर्गियों की सामूहिक मौत की खबर के बाद राज्य की त्वरित प्रतिक्रिया टीमों को तुरंत कार्रवाई में लगाया गया। पशु चिकित्सा टीम ने सैंपल एकत्रित कर परीक्षण के लिए भेजे थे। अब तक पिपिलि और सत्यबादी क्षेत्रों में 19,000 से अधिक मुर्गियों को मारा जा चुका है।
स्वास्थ्य निदेशक विजय महापात्र ने कहा कि बर्ड फ्लू कोई नई बात नहीं है और हमने पहले से ही पशु चिकित्सा विभाग और अन्य संबंधित पक्षों के साथ समन्वय में एहतियाती कदम उठाए हैं।
उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य उन क्षेत्रों को सैनिटाइज करना है जहां संक्रमण हुआ है और यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। चूंकि यह एक वायरल संक्रमण है, हम निगरानी के माध्यम से इसका पता लगाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। पोल्ट्री फार्म में काम करने वालों को व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखने, मास्क पहनने और संक्रमण की स्थिति में स्रोत से दूर रहने की आवश्यकता है।
महापात्र ने आगे कहा कि विभाग अन्य स्थानों पर भी सतर्क है और निगरानी रखी जा रही है। उन्होंने जनता को आश्वस्त करते हुए कहा कि अभी घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि बड़े पैमाने पर निगरानी और एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। पोल्ट्री के आर्थिक गतिविधियों से जुड़े होने के कारण पशु चिकित्सा विभाग जल्द ही एक परामर्श जारी करेगा।