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राज्य के सभी अस्पतालों को एंटी स्नेक वेनम, ओआरएस और अन्य उपकरणों सहित दवाओं का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित करने के लिए कहा गया
भुवनेश्वर. कोरोना संकट के बीच चक्रवात तूफान अंफान ने राज्य सरकार की परेशानी बढ़ा दी है. तूफान को ध्यान में रखते हुए सरकार ने अस्थायी चिकित्सा शिविरों में रह रहे प्रवासियों को स्थानांतरित करने की घोषणा की है.
राज्य सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा कि सरकार चक्रवात अंफान से उत्पन्न किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रदीप महापात्रा ने भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान पर प्रकाश डाला कि तटीय ओडिशा के कई हिस्सों में चक्रवात के प्रभाव में तेज हवाओं और भारी वर्षा का अनुभव होगा.
इसे लेकर स्पष्ट निर्देश जारी किए गए हैं कि चार जिलों- बालेश्वर, भद्रक, केंद्रापड़ा और जगतसिंहपुर में विभिन्न अस्थायी चिकित्सा शिविरों में रखे गए प्रवासी मजदूरों को चक्रवात के दौरान सबसे अधिक प्रभावित होने की संभावना है. उन्होंने आगे बताया कि इन चार जिलों में समुद्र तट के तीन किमी के भीतर स्थित संगरोध शिविरों में सभी प्रवासियों को 18 मई तक अन्य सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा.
मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुसार, राज्य के सभी अस्पतालों को एंटी स्नेक वेनम, ओआरएस और अन्य उपकरणों सहित दवाओं का पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. चिकित्सा दल का गठन किया गया है और वरिष्ठ अधिकारी वर्तमान आपातकाल से उत्पन्न होने वाले विकास की निगरानी कर रहे हैं.