Home / Odisha / सभी विकास का मूल है भारतीय ज्ञान प्रणाली : प्रो चक्रधर त्रिपाठी

सभी विकास का मूल है भारतीय ज्ञान प्रणाली : प्रो चक्रधर त्रिपाठी

  • ओडिशा केंद्रीय विश्वविद्यालय ने मनाया 78वां स्वतंत्रता दिवस

कोरापुट। ओडिशा केंद्रीय विश्वविद्यालय ने गुरुवार को अपने सुनाबेड़ा परिसर में 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाया। विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो चक्रधर त्रिपाठी ने छात्रों,  शोध प्रज्ञों,  कर्मचारियों और विश्वविद्यालय के संकाय सदस्यों की उपस्थिति में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कुलपति ने विश्वविद्यालय परिवार को बधाई दी और सभी सदस्यों से स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतीय लोगों द्वारा किए गए बलिदान को याद रखने का आग्रह किया।

उन्होंने बताया कि हमने स्वतंत्रता हासिल कर ली है,  लेकिन हम औपनिवेशिक मानसिकता से मुक्त नहीं हैं। उन्होंने शिक्षा के भविष्य के विकास के लिए छात्रों में शोध योग्यता को आत्मसात करने की आवश्यकता पर बल दिया। इस उद्देश्य के लिए हर विषय में भारतीय ज्ञान प्रणाली को शामिल करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि भारतीय ज्ञान प्रणाली सभी विकास का मूल है। शोध समाज के लिए सहायक होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि जैसे स्वतंत्रता सेनानियों ने हमारे लिए बलिदान दिया,  हमें भी अपना बलिदान देने की जरूरत है। हमें अपने अहंकार,  क्रोध,  ईर्ष्या और हमारे अंदर के अन्य नकारात्मक तत्वों का त्याग करना होगा,  ताकि हम एक बेहतर भारत प्राप्त कर सकें उन्होंने सभी विभागों से भारतीय ज्ञान प्रणाली पर आधारित संगोष्ठी और संबंधित कार्यक्रम आयोजित करने का आग्रह किया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव प्रो नरसिंह चरण पंडा,  विश्वविद्यालय के सलाहकार प्रो विभाष चंद्र झा,  एसबीसीएनआर के अधिष्ठाता प्रो शरत कुमार पलिता,  और शिक्षाविद् डॉ बंछानिधि पंडा उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान छात्रों ने संक्षिप्त भाषणों के माध्यम से ओडिशा के शहीदों को याद किया। अंत में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया,  जिसे छात्रों और संकाय सदस्यों ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रमों का समन्वयन डॉ निर्झरिणी त्रिपाठी और डॉ रुद्राणी मोहंती ने किया। कुलपति ने स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार भी प्रदान किए,  इसका योजन छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ रामेंद्र कुमार पाढ़ी ने किया।

Share this news

About desk

Check Also

फसलों की बर्बादी ने फिर ली दो किसानों की जान

जाजपुर में एक किसान को दिल का दौरा पड़ने से मौत केंद्रापुर में दूसरे किसान …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *