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भाजपा सरकार खोल सकती है पुराने केस
भुवनेश्वर। ओडिशा में सत्ता परिवर्तन के बाद नई भाजपा सरकार ने पूर्व बीजद नेता और तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री नवकिशोर दास की हत्या सहित राज्य के अन्य जघन्य अपराधों की फिर से जांच कराने का संकेत दिया है। यह कदम उन मामलों में न्याय सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया जा रहा है, जिनमें अब तक कई सवाल अनुत्तरित हैं।
नवकिशोर दास, जो कि ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री थे, की 29 जनवरी 2023 को झारसुगुड़ा में एक पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने राज्यभर में सनसनी फैला दी थी। आरोपी पुलिसकर्मी गोपाल दास को घटना के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया था और वह वर्तमान में न्यायिक हिरासत में है। हालांकि, इस मामले में अभी भी कई पहलुओं पर सवाल बने हुए हैं, जिन्हें स्पष्ट करने के लिए नई सरकार मामले की फिर से जांच पर विचार कर रही है।
दिनदहाड़े हत्या कोई मामूली बात नहीं – कानून मंत्री
ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा है कि नवकिशोर दास की दिनदहाड़े हुई हत्या को हल्के में नहीं लिया जा सकता। यह एक गंभीर मामला है और इसे पूरी तरह से सुलझाना आवश्यक है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि राज्य में अन्य जघन्य अपराधों की भी पुनः जांच की जा सकती है, जिनमें स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या और शिक्षिका ममता मेहेर की हत्या भी शामिल हैं।
सच्चाई सामने लाने का प्रयास
उन्होंने कहा कि स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या और ममता मेहेर की हत्या भी राज्य में काफी विवादास्पद रही है और इन मामलों में भी कई अनुत्तरित प्रश्न बाकी हैं। भाजपा सरकार इन मामलों को दोबारा खोलकर सच्चाई सामने लाने और दोषियों को सजा दिलाने की प्रक्रिया में तेजी लाने का प्रयास कर सकती है।
पीड़ित परिवारों को न्याय मिलने की उम्मीद
भाजपा सरकार की इस पहल से उम्मीद की जा रही है कि पुराने और जघन्य अपराधों में न्यायिक प्रक्रिया को और सुदृढ़ किया जाएगा। इस कदम से न केवल पीड़ितों के परिवारों को न्याय मिलने की उम्मीद है, बल्कि राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति में सुधार भी हो सकता है।