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पंडियन के हेलीकॉप्टर दौरे पर सियासत गरमाई

  • ओडिशा सरकार करेगी विस्तृत जांच – कानून मंत्री

भुवनेश्वर। पूर्व 5-टी सचिव वीके पंडियन के हेलीकॉप्टर यात्राओं को लेकर ओडिशा में सियासत तेज हो गई है। राज्य के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने रविवार को इस मामले में विस्तृत जांच का आश्वासन दिया।

मीडिया से बात करते हुए कानून मंत्री ने कहा कि यह स्पष्ट होना चाहिए कि पंडियन के हेलीकॉप्टर खर्चों को कौन वहन कर रहा था। दूसरी बात यह कि जहां-जहां भी वह गए, वहां के तत्कालीन सरकार ने सरकारी धन का उपयोग कर हेलीपैड के निर्माण का आदेश दिया। पंडियन ने हेलीकॉप्टर से 400-450 स्थानों का दौरा किया था। हेलीपैड के निर्माण में सरकारी धन के उपयोग के आरोपों की जांच की जाएगी।

कानून मंत्री ने आगे कहा कि राज्य में एक विभागीय सचिव को हेलीकॉप्टर के उपयोग की अनुमति कैसे दी गई, इस पर भी जांच होगी। उन्होंने कहा कि यह जानना जरूरी है और इस बात की भी जांच होगी कि किसने और कैसे एक विभागीय सचिव को हेलीकॉप्टर के उपयोग की अनुमति दी, जबकि ऐसी कोई प्रावधान नहीं है।

करोड़ों के घोटालों में शामिल होने की जांच की मांग

पंडियन की हेलीकॉप्टर यात्राओं को लेकर चल रहे विवाद के बीच कांग्रेस ने भी तत्कालीन बीजद सरकार के कई करोड़ के घोटालों में शामिल होने की जांच की मांग की।

कांग्रेस ने भाजपा से केवल पंडियन की हेलीकॉप्टर यात्राओं तक सीमित रहने के बजाय बीजद के कई घोटालों की जांच करने का आग्रह किया, जिसमें 35,000 करोड़ रुपये की ग्रामीण पेयजल आपूर्ति परियोजना, कोविड-19 महामारी के दौरान मरीजों के इलाज में किए गए चिकित्सा खर्च और 20,000 करोड़ रुपये की वस्तुओं की खरीद शामिल हैं।

कोविड में खर्च की ऑडिट कराए भाजपा सरकार

वरिष्ठ कांग्रेस नेता विजय पटनायक ने पूछा कि क्या कोविड-19 महामारी के दौरान मरीजों के इलाज में खर्च किए गए धन का कोई ऑडिट किया गया था? यदि नहीं, तो भाजपा सरकार को इसका ऑडिट करना चाहिए। तत्कालीन बीजद सरकार ने दावा किया था कि उसने विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की खरीद के लिए 20,000 करोड़ रुपये खर्च किए थे, लेकिन क्या इसे किसी सक्षम प्राधिकरण द्वारा मूल्यांकित या सत्यापित किया गया है? हॉकी सहित कई अनियमितताएं हैं जिन्हें ठीक से जांचा जाना चाहिए।

बीजद ने आरोपों का खंडन किया

दूसरी ओर, बीजद ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि पांडियन ने सार्वजनिक शिकायतों को सुनने के लिए हेलीकॉप्टर का उपयोग कर विभिन्न स्थानों का दौरा किया।

बीजद नेता संबित राउतराय ने कहा कि पंडियन ने जनता की शिकायतें सुनने के लिए विभिन्न स्थानों का दौरा किया। इस मामले को राजनीतिक रंग नहीं देना चाहिए। हालांकि, भाजपा के सत्ता में आने के बाद से ब्लॉक स्तर पर पीसी (पर्सेंटेज कमीशन) की प्रथा शुरू हो गई है।

खर्च की जांच चल रही है – परिवहन मंत्री

उल्लेखनीय है कि इससे पहले शुक्रवार को राज्य के वाणिज्य और परिवहन मंत्री विभुति भूषण जेना ने कहा था कि पांडियन के हेलीकॉप्टर दौरे के खर्च की जांच चल रही है। परिवहन मंत्री ने कहा था कि अगर कोई व्यक्ति सार्वजनिक रूप से सरकारी खजाना लूटता है, तो यह कभी स्वीकार्य नहीं है। हमारी सरकार इस मामले पर कड़ी नजर रखे हुए है। सरकार ने शून्य भ्रष्टाचार नीति अपनाया हुआ है। सरकार भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं करेगी। मामले की जांच चल रही है। जल्द इस मामले में कार्रवाई होगी।

हेलीकॉप्टर दौरों पर करोड़ों रुपये हुए खर्च

दावा किया गया है कि आरटीआई के माध्यम से प्राप्त जानकारी से यह खुलासा हुआ है कि केवल अनुगूल और संबलपुर जिलों में ही इन उद्देश्यों के लिए 1 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए गए हैं। आरटीआई कार्यकर्ता सुशील कुमार अग्रवाल ने कहा कि मुझे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि केवल नाचुनी में दो कार्यक्रमों के लिए 33,77,000 रुपये खर्च किए गए हैं। अगर केवल दो कार्यक्रमों के लिए इतनी बड़ी राशि खर्च हुई है, तो पूरे ओडिशा में आयोजित कार्यक्रमों के लिए खर्च की गई राशि कितनी हो सकती है! मोहन माझी सरकार को इस मामले की जांच करनी चाहिए। आरटीआई से यह भी पता चला है कि पंडियन ने 2023 में संबलपुर में सात बार और 2024 में नौ बार दौरा किया। हेलीपैड, बैरिकेड्स और बैठक व्यवस्था के निर्माण पर कुल 50,50,000 रुपये खर्च हुए। 2023-24 के दौरान सुंदरगढ़ और राउरकेला में क्रमशः 56,21,000 रुपये और 17,52,000 रुपये खर्च किए गए।

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