भुवनेश्वर। क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान, भुवनेश्वर ने संस्थान का 62वां स्थापना दिवस मनाया। सर्वप्रथम कार्यक्रम संयोजक, डॉ कलिंग केतकी ने उपस्थित सभी जनों का स्वागत किया। इस अवसर पर निदेशक प्रोफेसर दिनेश प्रसाद सकलानी बतौर मुख्य अतिथि आभासी माध्यम से तथा सम्मानित अतिथि के रूप में प्रोफेसर अशोक कुमार नगावत, कुलपति, दिल्ली कौशल और उद्यमिता विश्वविद्यालय उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम में भारतीय संस्कृति की परंपरा का निर्वहन करते हुए सर्वप्रथम दीप प्रज्ज्वलन अतिथि और मंचासीन विद्वत जनों के कर कमलों से किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रोफेसर मानसी गोस्वामी अधिष्ठाता, शिक्षण के संबोधन से हुआ। उन्होंने सबका स्वागत करते हुए संस्थान में चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों से श्रोताओं को अवगत कराया। संस्थान के प्राचार्य, प्रोफेसर प्रकाशचन्द्र अग्रवाल ने स्थापना दिवस के अवसर पर सभी संकाय सदस्यों, अध्यापकों, कार्मिकों, संस्थान से सेवानिवृत्त सदस्यों तथा विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई दी। प्राचार्य ने अपने संबोधन में संस्था की चहुंमुखी उन्नति के सम्बन्ध में अपनी संकल्पना से सबको अवगत कराया। साथ ही साथ आपनी संस्था से जुड़े सभी जनों को संस्थान के विकास और शिक्षा के क्षेत्र में देश की अग्रणी संस्था बनकर उभरने में उनके रचनात्मक योगदान का आह्वान भी किया। निदेशक, प्रोफेसर दिनेश प्रसाद सकलानी ने परिषद के विभिन्न कार्य कलापों से सबको परिचित कराते हुए विभिन्न संस्थाओं से एमओयू करने पर बल दिया। इस कार्यक्रम के सम्मानित अतिथि प्रोफेसर अशोक कुमार नागावत ने अपने प्रभावशाली तथा विस्तृत उदबोधन में सृष्टि के प्रारंभ से लेकर अब तक हुए परिवर्तन पर प्रकाश डाला। सभी को यह बताया कि आज कृतिम बुध्दिमता का दौर है और आने वाले समय में इसका और प्रभाव होगा। अतः हम सबकों समसामयिक तकनीकी में स्वयं को दक्ष करना होगा और अपने ज्ञान को समयानुकूल अद्यतन करना होगा। उल्लेख्य है कि इस कार्यक्रम में संस्थान परिसर में पौधरोपण भी किया गया। कार्यक्रम में संस्थान के छात्र व छात्राओं ने मनमोहक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। छात्र व छात्राओं ने विभिन्न तरह की नृत्य शैली कत्थक, ओडिशी, राजस्थानी, पहाड़ी, संबलपुरी आदि शास्त्रीय और लोकनृत्य का प्रदर्शन किया। उनका प्रदर्शन इतना उत्कृष्ट और आकर्षक था कि सभागार तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इस कार्यक्रम में अतिथि महोदय और प्राचार्य, अधिष्ठाता महोदया ने संयुक्त रूप से परम्परा का निर्वाह करते हुए सभी सेवानिवृत्त सदस्यों को साल एवं प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया। अन्त में प्रभारी प्रशासनिक अधिकारी, श्री सुशांत राउत ने मुख्य अतिथि, मंचासीन सम्मानित अतिथि, प्राचार्य,अधिष्ठाता,संकाय सद्स्यों, विद्यार्थियों तथा उपस्थित सभी जनों का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।