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जल्द लौट आयेंगे घर
भुवनेश्वर। उत्तराखंड में बादल फटने के बाद हुए भारी भूस्खलन के कारण केदारनाथ में फंसे ओडिशा के केंदुझर जिले के चार तीर्थयात्रियों को भारतीय सेना ने रविवार को सुरक्षित बचा लिया।
ओडिशा सरकार ने एक बयान में कहा है कि केंदुझर जिले के चार तीर्थयात्रियों को केदारनाथ से सुरक्षित बचा लिया गया है। वे सड़क मार्ग से हरिद्वार रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे और वहां से घर के लिए अपनी यात्रा शुरू करेंगे।
इन चारों युवकों की पहचान ऋषिनाथ महंत, सदानंद साहू, कर्तिक खिलार और महेश्वर प्रधान के रूप में बतायी गयी है।
सदानंद जगमोहनपुर गांव का निवासी, कार्तिक सारुआली गांव निवासी, महेश्वर चंद्रशेखरपुर गांव और ऋषिनाथ केंपासदा गांव के रहने वाले हैं।
ये चारों 1 अगस्त को घर लौटने वाले थे, लेकिन 31 जुलाई की रात को अचानक बादल फटने और भूस्खलन के कारण सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच का ट्रेकिंग मार्ग बह जाने के कारण वे वहां फंस गए। एक पुल भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था।
सरकार के निर्देश पर केंदुझर जिला प्रशासन ने फंसे हुए तीर्थयात्रियों के साथ संपर्क में बने रहे। केंदुझर कलेक्टर विशाल सिंह ने रुद्रप्रयाग कलेक्टर से भी बात की और उनकी सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने का अनुरोध किया।
खबरों के अनुसार, पहले 9,000 से अधिक तीर्थयात्रियों को केदारनाथ, गौरीकुंड और सोनप्रयाग क्षेत्रों से बचाया गया है। रविवार को मौसम में कुछ सुधार के बाद और 1,000 तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए ऑपरेशन फिर से शुरू किया गया।