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सहकारिता मंत्री प्रदीप बलसामंत ने विधानसभा में दी जानकारी
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कहा-धनराशि की हेराफेरी में 1,704 लोगों की संलिप्तता पाई गई
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अब तक 16.63 करोड़ रुपये वसूले गये
भुवनेश्वर। ओडिशा के विभिन्न सहकारी बैंकों में 224.61 करोड़ रुपये की धनराशि की हेराफेरी का पता चला है। ओडिशा राज्य सहकारी बैंक (ओएससीबी), 17 केंद्रीय सहकारी बैंकों (सीसीबी) और राज्य के 13 शहरी सहकारी बैंकों (यूसीबी) के वित्तीय ऑडिट के दौरान यह अनियमितताएं सामने आईं।
बुधवार को ओडिशा विधानसभा में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारा प्रसाद वाहिनीपति द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए राज्य के सहकारिता मंत्री प्रदीप बलसामंत ने यह जानकारी साझा की। सामंत ने विधानसभा को यह भी बताया कि ऑडिट में धनराशि की हेराफेरी में 1,704 लोगों की संलिप्तता पाई गई।
उन्होंने कहा कि कई करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि की हेराफेरी में शामिल लोगों से अब तक 16.63 करोड़ रुपये वसूले जा चुके हैं। विभाग ने धोखाधड़ी के लिए जिम्मेदार पाए गए 706 लोगों से 30.73 करोड़ रुपये की वसूली के निर्देश भी जारी किए हैं। इस बीच, ओडिशा सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार ने बुधवार को ओडिशा सहकारी समिति अधिनियम, 1962 के तहत ओडिशा राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड और ओडिशा सहकारी आवास निगम लिमिटेड की प्रबंधन समितियों को धन के दुरुपयोग के आरोप में निलंबित कर दिया।
विभाग ने अपने आदेश में कहा कि प्रबंधन समितियां बैंक और उसके सदस्यों के साथ-साथ इससे संबद्ध सहकारी समितियों के सदस्यों के हितों के लिए प्रतिकूल और हानिकारक तरीके से काम कर रही हैं।