भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन माझी ने मंगलवार को अग्निशमन सेवा एवं होमगार्ड के डीआईजी पंडित राजेश उत्तमराव को अनुशासनात्मक आधार पर निलंबित कर दिया।
आईपीएस उत्तमराव पर अपने पद का दुरुपयोग करने और सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है। शनिवार रात को ये आरोप सामने आने के बाद ओडिशा सरकार ने मामले की जांच शुरू कर दी थी।
सोमवार देर रात को नई दिल्ली में नीति आयोग की बैठक में भाग लेने के बाद भुवनेश्वर लौटने पर मुख्यमंत्री को मामले की जानकारी दी गई। इस पर निराशा जताते हुए मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया, जिसके बाद उत्तमराव को निलंबित कर दिया गया।
इस संबंध में जारी अधिसूचना के अनुसार, डीआईजी पंडित राजेश उत्तमराव अपने निलंबन के दौरान राज्य पुलिस मुख्यालय में तैनात रहेंगे। उन्हें ओडिशा के पुलिस महानिदेशक से पूर्व अनुमति प्राप्त किए बिना मुख्यालय नहीं छोड़ने का निर्देश दिया गया है। सूत्रों से पता चला है कि उत्तमराव ने कथित तौर पर महिला इंस्पेक्टर के प्रति अवांछित लाभ के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया था, जिसके कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया।