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कांग्रेस ने मुख्यमंत्री मोहन माझी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की नोटिस दी
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भाजपा विधायक ने कांग्रेस नेता के खिलाफ दी विशेषाधिकार हनन की नोटिस
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सदन की कार्यवाही शाम 4 बजे तक के लिए स्थगित
भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा की कार्यवाही में उस समय हंगामा देखने को मिला, जब कांग्रेस ने अग्निवीरों के लिए आरक्षण की हाल ही में की गई घोषणा को लेकर मुख्यमंत्री मोहन माझी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की नोटिस दी।
सोमवार को स्पीकर द्वारा नोटिस स्वीकार किए जाने के बाद सदन में चर्चा शुरू हुई। हालांकि, संसदीय कार्य मंत्री मुकेश महालिंग द्वारा विधानसभा में की गई घोषणा को पढ़ते समय विपक्षी सदस्यों ने हंगामा किया। बीजेडी और कांग्रेस दोनों विधायकों ने अग्निवीरों के लिए 10 प्रतिशत आरक्षण और 5 साल की आयु में छूट की घोषणा पर हंगामा किया।
कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति ने सवाल उठाया कि सदन के सत्र के दौरान ओडिशा के सीएम ने विधानसभा के बाहर ऐसी घोषणा कैसे की।
इस बीच, भाजपा विधायक इरासिस आचार्य ने भी कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की नोटिस दी।
उन्होंने कहा कि ओडिशा विधानसभा में आने से पहले मैंने विभिन्न मीडिया हाउसों में विपक्ष द्वारा विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने और हंगामा करने के बारे में खबरें देखीं। इसलिए मैंने नोटिस दी है, क्योंकि विधानसभा में जो होने वाला है, उसका उल्लेख स्पीकर की सहमति के बिना बाहर नहीं किया जा सकता।
कांग्रेस विधायक तारा प्रसाद वाहिनीपति ने कहा कि मैंने नोटिस इसलिए पेश की, क्योंकि सीएम ने सदन को विश्वास में नहीं लिया और अग्निवीर की घोषणा बाहर कर दी। सीएम को ओडिशा विधानसभा के अंदर ऐसी घोषणा करनी चाहिए थी। वाहिनीपति ने आगे कहा कि मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं। इस बीच हंगामे के बाद स्पीकर ने सदन की कार्यवाही आज शाम 4 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।