भुवनेश्वर। पुरी श्रीमंदिर रत्न भंडार में कीमती वस्तुओं की गिनती और सूची बनाने का कार्य़ इसके की मरम्मत का काम पूरा होने के बाद शुरू होगी। पुरी जगन्नाथ मंदिर के रत्न भंडार को लेकर बनी उच्चाधिकार समिति के अध्यक्ष न्यायमूर्ति विश्वनाथ रथ ने यह जानकारी दी।
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए रथ ने कहा कि सूची के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) पहले से ही लागू है। रत्न भंडार की मरम्मत का काम पूरा होने के बाद रत्न भंडार के कीमती सामानों की गिनती और सूची तैयार की जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) रत्न भंडार के आंतरिक और बाहरी कक्षों की मरम्मत का काम करेगा। मरम्मत का काम इतनी सावधानी से किया जाएगा कि 100 साल तक इसकी मरम्मत की जरूरत न पड़े। एएसआई मरम्मत का काम पूरा करने के बाद इसे हमें सौंप देगा। इसके बाद रत्न भंडार के अंदर मौजूद खजाने की सूची और गिनती की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि न्यायमूर्ति विश्वनाथ रथ के नेतृत्व में 11 सदस्यीय अधिकृत टीम ने 18 जुलाई को रत्न भंडार के आंतरिक कक्ष में प्रवेश किया और बाहरी तथा आंतरिक रत्न भंडार से आभूषण तथा कीमती सामान को अस्थायी स्ट्रांग रूम में स्थानांतरित कर दिया गया था। कीमती सामान को रखने के बाद दरवाजे सील कर दिए गए थे।