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उपभोक्ताओं के हित में टीपीएनओडीएल की उच्च प्राथमिकता

  • सेवाओं तक आसान पहुँच

  • लो-वोल्टेज समस्याओं में कमी

  • अत्याधुनिक ज्ञान और कौशल द्वारा सेवाओं में सुधार

  • सामाजिक दायित्व के तहत नए पहचान की स्थापना

बालेश्वर : टाटा पावर और ओडिशा सरकार का संयुक्त उद्यम, टीपी नॉर्दर्न ओडिशा डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड (टीपीएनओडीएल), ने बिजली वितरण की जिम्मेदारी संभालते हुए कुछ वर्षों में उत्तर ओडिशा में बिजली सुधार के क्षेत्र में उदाहरण स्थापित किया है। बालेश्वर, भद्रक, मयूरभंज, केंद्रपाड़ा, और जाजपुर जिलों में बिजली वितरण की जिम्मेदारी संभालते हुए टीपीएनओडीएल उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा के साथ उत्कृष्ट सेवा और सुरक्षा प्रदान करने के क्षेत्र में अपेक्षित सुधार दिखा रहा है। जिम्मेदार अधिकारी और कर्तव्यनिष्ठ कर्मचारियों की मेहनत से इन जिलों में बिजली उपभोक्ता संतोष का अनुभव कर रहे हैं।

बिजली आपूर्ति के क्षेत्र में उत्तर ओडिशा में व्यापक सुधार हो रहा है। विशेष रूप से आधुनिक और व्यावसायिक ज्ञान-कौशल वितरण क्षेत्र में सुधार को अधिक संगठित कर रहा है। आधुनिक पावर सिस्टम कंट्रोल सेंटर (पीएससीसी) ‘स्काडा’ द्वारा 11 केवी और 33 केवी ग्रिड संचालित हो रहे हैं, जबकि वितरण प्रणाली का आधुनिकीकरण हो रहा है। केबल फॉल्ट लोकेटर, ऑटो रीक्लोजर, ट्रॉली माउंटेड डीटीआर, भूमिगत केबल व्यवस्था, ड्रोन आधारित थर्मोग्राफी जैसी आधुनिक व्यवस्थाएं गुणवत्तापूर्ण बिजली सेवा वितरण को सुनिश्चित कर रही हैं। इसी प्रकार, उपभोक्ताओं की संख्या और उनकी आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ाई गई है। अनियोजित बिजली कटौती और लो-वोल्टेज की स्थिति अब पहले जैसी नहीं रही। सबसे बड़ी बात यह है कि पहले थोड़ी सी बारिश या हवा में शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में लंबे समय तक बिजली कटौती होती थी। अब बिजली कटौती बहुत कम हो गई है। उपभोक्ताओं की संख्या और उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए ट्रांसफार्मरों की संख्या भी बढ़ाई गई है। उल्लेखनीय है कि पहले खतरनाक स्थिति में रहने वाले बिजली सब-स्टेशन और ट्रांसफार्मर अब पुनः स्थापित हो चुके हैं। घरेलू पशुओं और बच्चों के संपर्क में न आने के लिए प्रत्येक ट्रांसफार्मर को पक्का बाड़ या मजबूत तार की जाली से घेरा गया है। 11 केवी से शुरू होकर एलटी तथा 33 केवी तक बिजली के तार और खंभे क्रमशः मजबूत होते जा रहे हैं। इसी प्रकार खंभों को भी कंक्रीट से मजबूत किया गया है। खंभे, तार और ट्रांसफार्मरों की देखभाल के लिए स्वतंत्र टीमें काम कर रही हैं। अब शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक बिजली के तार लटके नहीं हैं, न ही पेड़ों की शाखाएं गिरकर फ्यूज उड़ रही हैं। उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए ट्रांसफार्मरों की संख्या बढ़ाई गई है, साथ ही बिजली संरचनाओं में भी वृद्धि हुई है। इसी प्रकार, कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई गई है, विभिन्न कार्यों के लिए कुछ ठेकेदार संस्थाओं को नियुक्त किया गया है, जबकि कर्मचारियों और क्षेत्रीय श्रमिकों की संख्या भी बढ़ाई गई है। सभी कर्मचारियों और श्रमिकों को सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं। सभी को स्वतंत्र शिविरों के माध्यम से प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है, जिससे अब दुर्घटनाएं कम हो गई हैं। व्यावसायिक और अत्याधुनिक ज्ञान-कौशल के माध्यम से सभी बिजली वितरण प्रक्रियाएं तेज हो रही हैं।

दूसरी ओर, सीएसआर निवेश के क्षेत्र में भी ‘टीपीएनओडीएल’ अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है। शिक्षा से वंचित बच्चों को शिक्षा प्रदान करना, विभिन्न कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रशिक्षण देना, निरक्षर महिलाओं को शिक्षा और कौशल विकास कार्यक्रम आयोजित करना, साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए मोबाइल स्वास्थ्य सेवा वाहन की व्यवस्था करना शामिल है। इससे टीपीएनओडीएल को एक नई पहचान मिली है। कंपनी के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक सभी की निष्ठापूर्ण कार्यधारा और सहयोगी मनोभाव तथा जनता के सहयोग से बालेश्वर समेत समग्र उत्तर ओडिशा में बिजली आपूर्ति के क्षेत्र में यह सुधार और सफलता संभव हो पाई है, ऐसा टीपीएनओडीएल का मानना है।

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