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कहा- अनुशासन, महिलाओं के लिए न्यूनतम सुविधाएं और वीआईपी मूवमेंट संबंधित मुद्दे हल करना प्राथमिकता
भुवनेश्वर। राज्य के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि रथयात्रा के दिन किसी भी वीआईपी को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
पत्रकारों से बात करते हुए हरिचंदन ने कहा कि रथयात्रा में सरकार की प्राथमिकता व्यवस्था और महिला सुरक्षा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कल पुरी में अंतिम समीक्षा बैठक करेंगे। यात्रा को सुव्यवस्थित करने के लिए सभी तरह के इंतजाम किये जा रहे हैं।
महाप्रभु श्री जगन्नाथ, देव बलभद्र और देवी सुभद्रा की विश्व प्रसिद्ध रथयात्रा के लिए अब केवल कुछ ही दिन बचे हैं, इस भव्य आयोजन की तैयारियां लगभग अंतिम चरण में हैं।
हरिचंदन ने कहा कि इस बार अनुशासन, महिलाओं के लिए न्यूनतम सुविधाएं और वीआईपी मूवमेंट से संबंधित मुद्दों को हल करने को प्राथमिकता दी जा रही है, जो आमतौर पर रथयात्रा पर अनुष्ठानों के संचालन में समस्या पैदा करते हैं।
हरिचंदन के अनुसार, सेवायतों ने भी रथयात्रा के संचालन में पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है और यह सुनिश्चित किया है कि रथों पर कोई भीड़ न हो, जिससे देवताओं के दर्शन में समस्या हो।
उन्होंने कहा कि सभी की सलाह को ध्यान में रखते हुए भगवान की रथयात्रा को व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने का प्रयास किया जा रहा है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू रथयात्रा में शामिल होंगी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पुरी में रथयात्रा समारोह में भाग लेने वाली हैं। वह 6 जुलाई से ओडिशा की अपनी यात्रा के दौरान अन्य कार्यक्रमों में भी भाग लेंगी।
कानून मंत्री ने बताया कि मार्ग और राष्ट्रपति के दर्शन सहित तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। यदि राष्ट्रपति रथ खींचना चाहें तो इसमें कोई समस्या नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि रथयात्रा के दौरान राष्ट्रपति की यात्रा को ध्यान में रखते हुए कानून-व्यवस्था कड़ी कर दी गयी है।